हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
देश की सबसे बड़ी किफायती एयरलाइन इंडिगो इस समय गंभीर ऑपरेशनल संकट से गुजर रही है। बुधवार को कंपनी को 1000 से अधिक फ्लाइट रद्द करनी पड़ीं, जिससे लाखों यात्रियों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हुईं। यह संकट नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के लागू होने के बाद बढ़ा है, जिनकी वजह से पायलटों की तैनाती और शेड्यूलिंग में भारी मुश्किलें आ रही हैं।
नए नियमों के अनुसार पायलटों के कार्य घंटे और आराम समय में बदलाव किया गया है, जिससे कई रूटों पर पायलट समय पर उपलब्ध नहीं हो सके। ऐसी स्थिति में कंपनी को अचानक से बड़ी संख्या में उड़ानें कैंसिल करनी पड़ीं।
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने पहली बार स्थिति पर औपचारिक बयान जारी किया। उन्होंने स्वीकार किया कि पिछले कुछ दिनों से संचालन प्रभावित है और 5 दिसंबर को हालात सबसे अधिक बिगड़े। एल्बर्स के अनुसार कंपनी पूरे सिस्टम को “रीबूट” कर रही है ताकि आगे उड़ान संचालन सुचारु रूप से हो सके। उन्होंने यात्रियों से अनुरोध किया कि जिनकी फ्लाइट रद्द हो चुकी है, वे एयरपोर्ट न पहुंचें, क्योंकि कंपनी सीधे उन्हें अपडेट भेज रही है।
सीईओ ने भरोसा दिलाया कि इंडिगो 10 से 15 दिसंबर के बीच पूरी तरह सामान्य संचालन पर लौट आएगी। उन्होंने यात्रियों से असुविधा के लिए माफी मांगते हुए कहा कि यह परेशानी अस्थायी है और एयरलाइन जल्द ही विश्वसनीय सेवाओं के साथ वापस पटरी पर आ जाएगी।
यात्रियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में फ्लाइट संचालन स्थिर होगा और उनकी आगे की यात्रा योजनाओं पर अधिक असर नहीं पड़ेगा।














