हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले ने सरकार और पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। इस मामले में आरोपों की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने शनिवार को बड़ा कदम उठाया है। रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया को उनके पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह सुरेंद्र सिंह भोरिया को नया एसपी नियुक्त किया गया है। फिलहाल बिजारणिया को कहीं भी पोस्टिंग नहीं दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में अन्य वरिष्ठ अफसरों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
आईपीएस वाई पूरन कुमार ने कुछ दिन पहले अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उनके पास से 9 पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उन्होंने कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और सार्वजनिक अपमान के आरोप लगाए थे। इस नोट में रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजारणिया का नाम भी शामिल बताया गया है।
पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पूरन कुमार ने भी एफआईआर में कई अधिकारियों को नामजद करने की मांग की है। उन्होंने चंडीगढ़ एसएसपी को लिखे पत्र में कहा है कि एफआईआर में कई महत्वपूर्ण नाम और धाराएं गायब हैं। इस पर IAS और IPS एसोसिएशनों ने भी हरियाणा सरकार से पारदर्शी जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सरकार ने फिलहाल मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी है, जो सुसाइड के पीछे के कारणों और आरोपित अधिकारियों की भूमिका की पड़ताल करेगी। वहीं, सूत्रों के मुताबिक डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत कुछ अन्य उच्च अधिकारी भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।
पूरन कुमार की मौत के बाद से हरियाणा पुलिस में भारी असंतोष का माहौल है। प्रशासन पर पारदर्शी कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच नए एसपी सुरेंद्र सिंह भोरिया ने चार्ज संभाल लिया है और कहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता होगी।













