हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 29 अप्रैल: 2025,
खुफिया अलर्ट के बाद लिया गया फैसला
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए 87 में से 48 प्रमुख पर्यटन स्थलों को बंद करने का निर्णय लिया है। खुफिया एजेंसियों से आतंकी हमलों की आशंका जताई गई थी, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश पर उमर सरकार ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया।
स्लीपर सेल हुए सक्रिय
सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद घाटी में कुछ स्लीपर सेल सक्रिय हो गए हैं। इन स्लीपर सेल को निर्देश दिए गए हैं कि वे आतंकी गतिविधियों को फिर से तेज करें। सुरक्षा एजेंसियां घाटी में सतर्कता बरत रही हैं और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
पहलगाम में दिल दहलाने वाला हमला: 26 पर्यटकों की हत्या
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बायसरन घाटी क्षेत्र में आतंकियों ने सेना की वर्दी में आकर पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। हमलावरों ने सबसे पहले पर्यटकों से उनका धर्म पूछा, पहचान पत्रों की जांच की और फिर हिंदू पहचान वालों को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं।
इस भयावह हमले में कुल 26 लोगों की जान गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। मृतकों में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं। हमले में करीब 14 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी, फिर दी सफाई
पहले इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी। हालांकि बाद में टीआरएफ ने सफाई देते हुए कहा कि इस हमले से उनका कोई संबंध नहीं है और उन्होंने इसे अंजाम नहीं दिया।
पुलवामा के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 47 जवान शहीद हुए थे, जबकि पहलगाम में इस बार निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया है, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है।