हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 7 मई : 2025,
कानपुर (7 मई 2025) – पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कड़ी कार्रवाई ने शहरवासियों को गर्व से भर दिया है। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में किए गए हवाई हमले की गूंज कानपुर तक सुनाई दी। यह कार्रवाई एक दिन पहले पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकियों के ठिकानों पर की गई थी, जो शहरवासियों के लिए एक राहत और गर्व का पल बन गया।
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले की खबर पर खुशी का माहौल
जैसे ही भारतीय सेना की कार्रवाई की खबर मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल हुई, कानपुर के लोग खुशी से झूम उठे। विशेष रूप से पहलगाम में हुए हमले में शहीद हुए कानपुर के जवान शुभम द्विवेदी के परिवार के लिए यह पल एक तरह से बदला लेने जैसा था। शुभम के परिजनों ने इसे “ऑपरेशन सिंदूर” के जरिये बदला लिया गया शहादत बताया। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर हमारे बेटे की शहादत और बहू के माथे से मिटे सिंदूर का बदला है।” इस बयान में गहरी भावनाएं और देश की सेना के प्रति आभार झलकता है।
भारतीय सेना की शक्ति को लेकर शहरवासियों में गर्व
कानपुर के नागरिकों ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हुए हवाई हमले की खबरों के बाद एकजुट होकर भारतीय सेना की ताकत का समर्थन किया। फैज ए आम इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल मोइनुल इस्लाम ने कहा, “आतंकवादियों को यह समझना होगा कि हम भारतीय अहिंसा के पुजारी हैं, लेकिन जब जरूरत पड़ी, हम आतंकियों को कड़ी प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं।”
यतीमखाना निवासी मो. इरफान अंसारी ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद पूरी दुनिया की नजरें भारतीय सेना और सरकार पर थीं। आज हम गर्व महसूस करते हैं कि भारतीय सेना ने अपने कर्तव्यों का पालन किया और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।”
शहीदों के परिजनों का आभार
शुभम द्विवेदी के परिवार के सदस्य ऑपरेशन सिंदूर में हुई कार्रवाई को अपनी शहादत का बदला मानते हैं। शुभम के शहीद होने के बाद उनके परिवार ने यह उम्मीद जताई थी कि भारतीय सेना इस जघन्य अपराध का बदला जरूर लेगी। अब जब कार्रवाई पूरी हुई, तो उनके चेहरों पर संतोष और राहत की भावना थी। शुभम के माता-पिता और परिजनों ने भारतीय सेना को धन्यवाद दिया और सेना के जवानों की वीरता को सलाम किया।
कानपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
शहर में इस कार्रवाई के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। घंटाघर, बस अड्डा, हवाई अड्डा और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। विशेष रूप से व्यावसायिक और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी है।
कानपुरवासी भारतीय सेना की कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट और गर्वित हैं। इस हमले ने यह संदेश दिया है कि भारतीय सेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है, और वह अपने देश की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।

















