हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 24 अप्रैल: 2025,
1993 में हुई थी गिरफ्तारी, 1995 से चल रहा था फरार
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने खालिस्तानी आतंकी मंगत सिंह की गिरफ्तारी में बड़ी सफलता हासिल की है। मंगत सिंह पिछले 30 वर्षों से फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी पंजाब से की गई है, जहाँ वह छिपा हुआ था।
मंगत सिंह को 1993 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 1995 में वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया और तब से लगातार स्थान बदलते हुए छिपा रहा। उसकी गतिविधियाँ खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों से जुड़ी रही हैं।
25 हजार रुपये का इनामी था मंगत सिंह
यूपी पुलिस ने मंगत सिंह की गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। वह कई आतंकी घटनाओं में शामिल था और सुरक्षा बलों के लिए एक गंभीर चुनौती बना हुआ था। उसकी गिरफ़्तारी से खालिस्तानी नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
पंजाब में दबोचा गया मंगत सिंह
ATS ने एक लंबी और सुनियोजित कार्रवाई के बाद मंगत सिंह को पंजाब में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन में खुफिया सूचनाओं और तकनीकी निगरानी का सहारा लिया गया। वर्तमान में मंगत सिंह ATS की हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।
आतंकवाद के खिलाफ अभियान को मिली नई मजबूती
मंगत सिंह की गिरफ्तारी को यूपी ATS की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ सरकार की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाती है। यह गिरफ्तारी एक मजबूत संदेश देती है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियाँ आतंकी तत्वों के खिलाफ अपने अभियान को पूरी गंभीरता और सख्ती से अंजाम दे रही हैं।