हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
कोलकाता,। दुर्गापुर में एमबीबीएस छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने सोमवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले रविवार को तीन आरोपी पकड़े गए थे। आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी अभिषेक गुप्ता ने बताया कि अब तक सभी पांच आरोपी हिरासत में ले लिए गए हैं। वहीं, वारदात के वक्त पीड़िता को छोड़कर भागने वाले उसके दोस्त से भी पूछताछ की जा रही है, जिस पर पीड़िता के पिता ने गंभीर सवाल उठाए हैं।
इस घटना को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा ने सोमवार से छह दिवसीय धरना शुरू किया। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि आरोपियों में एक टीएमसी कार्यकर्ता शामिल है और राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है। उन्होंने कहा, “हम ओडिशा की बहन की रक्षा नहीं कर पाए, जबकि मुख्यमंत्री महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद करने की नसीहत दे रही हैं।”
पीड़िता के पिता भी धरना स्थल पर पहुंचे और पश्चिम बंगाल की तुलना ‘औरंगजेब शासन’ से करते हुए बेटी की जान को खतरे में बताया। उन्होंने पीड़िता को ओडिशा स्थानांतरित करने की मांग की, ताकि उसे सुरक्षित माहौल मिल सके।
इस बीच, ओडिशा सरकार का प्रतिनिधिमंडल पीड़िता से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचा, लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई और वे बिना मिले लौट गए।
विवाद तब और बढ़ गया जब टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की “महिलाएं रात में बाहर न निकलें” वाली टिप्पणी का समर्थन किया। रॉय ने कहा, “पुलिस हर जगह नहीं हो सकती, महिलाओं को खुद सतर्क रहना चाहिए,” साथ ही दावा किया कि बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा अन्य राज्यों से बेहतर है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने पीड़िता को शैक्षणिक राहत और अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की सिफारिश की है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस संबंध में पत्र भेजा है।

















