हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: रविवार 29 जून 2025
कोलकाता। दक्षिण कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में छात्रा से गैंगरेप के मामले ने पूरे बंगाल में राजनीतिक भूचाल ला दिया है। इस संवेदनशील मामले पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेताओं कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा की विवादित टिप्पणियों ने पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि, पार्टी ने इन बयानों से तुरंत पल्ला झाड़ते हुए साफ किया कि यह नेताओं की निजी राय है और पार्टी महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाती है।
TMC सांसद महुआ मोइत्रा का तीखा जवाब
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कहा,
“महिलाओं के प्रति नफरत किसी एक पार्टी तक सीमित नहीं है। लेकिन फर्क यह है कि TMC ऐसी घिनौनी सोच की खुलकर निंदा करती है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया सभी राजनीतिक दलों में मौजूद है, लेकिन TMC अपनी विचारधारा में इस तरह के बयानों को कोई जगह नहीं देती।
TMC का आधिकारिक रुख
टीएमसी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से जारी बयान में कहा गया है कि,
“दोनों नेताओं की टिप्पणियां व्यक्तिगत हैं, पार्टी का इनसे कोई संबंध नहीं है। TMC महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में कड़ी कार्रवाई की मांग करती है।”
पार्टी ने दोहराया कि महिला सुरक्षा को लेकर उसका रुख बेहद सख्त है और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
क्या है पूरा मामला?
घटना दक्षिण कोलकाता के कसबा इलाके में स्थित साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की है, जहां 26 जून को एक छात्रा ने गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले में मुख्य आरोपी पूर्व छात्र मनोजित मिश्रा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो आरोपी कॉलेज के वर्तमान छात्र बताए जा रहे हैं।
नेताओं के विवादित बयान
- कल्याण बनर्जी (सांसद) ने कहा: “अगर दोस्त ने दोस्त का रेप किया तो क्या किया जा सकता है?”
- मदन मित्रा (विधायक) ने टिप्पणी की: “अगर कोई कॉलेज बंद होने के बाद किसी लालच से बुलाए, तो वहां नहीं जाना चाहिए। इससे बचा जा सकता था।”
इन बयानों को लेकर विपक्ष खासतौर पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा का हमला
भाजपा नेता अमित मालवीय ने इन बयानों को “विक्टिम ब्लेमिंग” बताते हुए कहा कि यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। उन्होंने टीएमसी पर महिला सुरक्षा को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया।