हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 20 अप्रैल: 2025,
जम्मू-कश्मीर में मौसम ने एक बार फिर तबाही मचाई है। भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के चलते राज्य के कई इलाकों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रामबन और कुलगाम जिलों में प्राकृतिक आपदा के कारण कई लोगों को जान-माल का नुकसान हुआ है।
रामबन में तबाही का मंजर
रामबन जिले में तेज हवाओं और ओलावृष्टि के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिससे नेशनल हाईवे बाधित हो गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई घरों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।
धरमकुंड क्षेत्र में भारी बारिश के कारण नाले का पानी गांव में घुस गया, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। करीब 10 घर पूरी तरह तबाह हो गए जबकि 25-30 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। सौभाग्यवश, धरमकुंड पुलिस की तत्परता से लगभग 90 से 100 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
प्रशासन की सतर्कता और सांसद की प्रतिक्रिया
सांसद ने बताया कि वह लगातार जिला प्रशासन से संपर्क में हैं और सभी प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर सांसद निधि से भी सहायता दी जाएगी। जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।
कुलगाम में पुलिस की बहादुरी
कुलगाम के गुलाब बाग, काज़ीगुंड इलाके में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया, जिससे चार परिवार फंस गए थे। SHO के नेतृत्व में पुलिस टीम ने समय रहते पहुंचकर पानी की दिशा मोड़ी और सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लगभग 4–5 घर खतरे में थे, लेकिन त्वरित कार्रवाई से बड़ी क्षति से बचाव हो गया।
IMD की चेतावनी और प्रशासन की तैयारियां
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जम्मू-कश्मीर के लिए अगले 48 घंटों का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने ऊपरी इलाकों में भारी वर्षा, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की आशंका जताई है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
प्रशासन अलर्ट पर
प्रशासन और पुलिस बल पूरी तरह सतर्क हैं। राहत शिविरों की व्यवस्था की जा रही है और प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
जनता से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों से बचें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें।