हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14 मई : 2025,
मेरठ। मंगलवार शाम आई तेज आंधी और हल्की बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। कई जगह पेड़ों की डालियां और होर्डिंग्स बिजली लाइनों पर गिर गए, जिससे विद्युत और जल आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हो गई। करीब ढाई घंटे तक लोग बिजली और पानी की किल्लत से जूझते रहे। इस अव्यवस्था के विरोध में किसान नेता विजयपाल घोपला परतापुर के उद्योगपुरम स्थित बिजलीघर में धरने पर बैठ गए और अमरण अनशन की चेतावनी दी।
तेज आंधी से बाधित हुई बिजली और पानी की आपूर्ति
मंगलवार शाम करीब 5:30 बजे तेज आंधी शुरू हुई, जिसने शहर के कई हिस्सों में तबाही मचा दी। आंधी के कारण होर्डिंग और बैनर एलटी लाइनों पर गिर गए। इससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। रात करीब 8:30 बजे तक कई इलाकों में बिजली और पानी की व्यवस्था अस्त-व्यस्त रही।
पेड़ों की टहनियों के बिजली तारों पर गिरने से फाल्ट हो गए। ट्रिपिंग की वजह से गढ़ रोड, मंगलपांडेनगर, गंगानगर, पांडवनगर, मोदीपुरम, कंकरखेड़ा, दिल्ली रोड, सदर, बेगमपुल, हापुड़ रोड, शास्त्रीनगर, जाग्रति विहार, जाकिर कॉलोनी सहित कई इलाकों में बिजली गुल रही।
विभाग की टीमें देर रात तक फाल्ट ढूंढने और आपूर्ति बहाल करने में जुटी रहीं। नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने बताया कि जिन स्थानों पर होर्डिंग्स और बैनर बिजली की लाइनों पर गिरे हैं, वहां नगर निगम की टीमें भेज दी गई हैं। पेयजल आपूर्ति भी पुनः सुचारू की जा रही है।
बिजली कटौती और लापरवाही से आक्रोशित किसान नेता ने दिया धरना
बिजली आपूर्ति बाधित होने और बिजली विभाग द्वारा किसानों की शिकायतों को नजरअंदाज किए जाने से नाराज होकर किसान नेता विजयपाल घोपला ने अधिशासी अभियंता कार्यालय में धरना दे दिया। उन्होंने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि अधिकारी एसी में बैठकर आराम कर रहे हैं, जबकि किसान बिजली न मिलने से अपनी फसलें बर्बाद होते देख रहे हैं।
विजयपाल ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व आई आंधी में रिठानी, घोपला, जैनपुर और गुमी गांवों में खेतों की ओर जाने वाली बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। किसानों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बावजूद विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। अधिकारियों ने आश्वासन तो दिया, लेकिन अमल नहीं किया गया।
इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिकायत के बाद अधिकारियों ने किसानों के फोन उठाने तक बंद कर दिए। घोपला गांव में सात महीने पहले दो ट्रांसफॉर्मर को शिफ्ट करने की मांग भी अनसुनी कर दी गई।
विभाग का पक्ष
शहरी व ग्रामीण अधिशासी अभियंताओं द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद विजयपाल ने देर शाम धरना समाप्त किया। अधिशासी अभियंता राकेश सोनी ने बताया कि कुछ स्थानों पर आंधी के कारण पोल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिन्हें बदला जा रहा है। अन्य समस्याओं का भी जल्द समाधान किया जाएगा। साथ ही उन्होंने फोन न उठाने के आरोपों को निराधार बताया।