हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 23 मई : 2025
आगरा, फतेहपुर सीकरी। ईदगाह रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को आयोजित अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लोकार्पण समारोह उस समय सुर्खियों में आ गया, जब फतेहपुर सीकरी से भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने मंच से ही डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर) पर गंभीर आरोप जड़ दिए। उन्होंने कहा कि डीआरएम हमें विधायक ही नहीं मानते, हमारे फोन तक नहीं उठाते।
विधायक चौधरी बाबूलाल ने कार्यक्रम के दौरान रेलवे अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जमकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “फतेहपुर सीकरी में रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से पक्के मकान खड़े हो गए, लेकिन रेलवे अधिकारी आंखें मूंदे बैठे रहे। रेलवे ट्रैक के दोनों ओर बनी सुरक्षा दीवार में लोगों ने गेट तक निकाल लिए हैं। कई जगह तो शोरूम तक खुल गए हैं।”
उन्होंने मंच से बोलते हुए कहा, “क्या रेलवे के अधिकारियों को ये सब दिखाई नहीं देता? जब जनप्रतिनिधियों की ही बात नहीं सुनी जा रही है, तो आम जनता की सुनवाई की क्या उम्मीद की जाए?”
चौधरी बाबूलाल ने यह भी कहा कि जब रेल मंत्री आगरा आए थे, तब उन्होंने स्वयं रेलवे भूमि पर हो रहे अवैध कब्जों की जानकारी दी थी। लेकिन उसके बाद भी रेलवे प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि रेलवे विभाग की लापरवाही से अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
केंद्रीय मंत्री से की कार्रवाई की मांग
अपने संबोधन के दौरान विधायक ने मंच पर मौजूद केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल की ओर मुखातिब होते हुए कहा, “माननीय मंत्रीजी, कृपया ऐसे अधिकारी को आगरा से हटाने का कार्य कीजिए, जो न जनप्रतिनिधियों की सुनते हैं और न ही जनता की।”
कार्यक्रम में पसरा सन्नाटा
विधायक के इन तेवरों से कार्यक्रम में कुछ समय के लिए सन्नाटा छा गया। मंच पर बैठे अन्य अधिकारियों और नेताओं के चेहरे पर असहजता साफ नजर आई। हालांकि केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने मामले को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि वह इस विषय को गंभीरता से लेंगे और उचित मंच पर इसे उठाएंगे।
स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय
विधायक की इस खुली बयानबाजी के बाद स्थानीय लोगों में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है। कई लोग विधायक की इस पहल को सही ठहरा रहे हैं तो कुछ का मानना है कि मंच से इस तरह की बातें करना शोभा नहीं देता।