हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 8 मई : 2025,
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार अब युवाओं को आत्मनिर्भर और रोजगारोन्मुख बनाने के लिए कौशल विकास की योजनाओं को मिशन मोड में लागू करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचाया जाए, और इसमें सबसे बड़ी भागीदारी राज्य के युवाओं की हो।
आईटीआई और स्किल डेवलपमेंट मिशन की संयुक्त पहल
राज्य सरकार की योजना है कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (UPSDM) के सहयोग से स्थानीय स्तर पर ऐसे रोजगार सृजनकारी कोर्स शुरू किए जाएँ, जो युवाओं को सीधे नौकरी या स्वरोजगार से जोड़ सकें। अब ट्रेनिंग सिर्फ डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि युवाओं को उन हुनरों की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिनकी बाजार में असल मांग है।
डेलॉयट इंडिया के साथ रणनीतिक साझेदारी
सरकार ने इस अभियान को गति देने के लिए प्रसिद्ध कंसल्टेंसी कंपनी डेलॉयट इंडिया के साथ साझेदारी की है। बुधवार को लखनऊ स्थित यूपीएसडीएम कार्यालय में कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने डेलॉयट की टीम के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में यह निर्देश दिए गए कि डेलॉयट आगामी दो वर्षों के लिए योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट तैयार करे, ताकि काम की निगरानी और परिणामों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
युवाओं से सीधा संवाद, योजनाओं में भागीदारी
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने यह भी बताया कि सरकार युवाओं से रैंडम कॉल्स और फील्ड विजिट के माध्यम से सीधा संवाद स्थापित करेगी, जिससे उन्हें योजनाओं की जानकारी सीधे मिल सके और उनकी राय से योजनाओं को और प्रभावशाली बनाया जा सके।
स्किल मित्र पोर्टल पर होगी प्रशिक्षित युवाओं की जानकारी दर्ज
राज्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रशिक्षित युवाओं का डाटा ‘स्किल मित्र पोर्टल’ पर अपलोड किया जाए। इसमें युवाओं के नाम, ट्रेड और मोबाइल नंबर जैसे विवरण दर्ज किए जाएँ, ताकि प्रशिक्षण की गुणवत्ता की रीयल टाइम मॉनिटरिंग की जा सके। साथ ही, मंडल स्तर पर नियमित बैठकें कर युवाओं से सीधे संपर्क स्थापित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
2017 से अब तक लाखों युवाओं को मिला लाभ
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत वर्ष 2017 के बाद से अब तक लाखों युवाओं को मुफ्त प्रशिक्षण, अप्रेंटिसशिप और स्वरोजगार के अवसर मिल चुके हैं। सरकार का उद्देश्य है – “हर हाथ को हुनर, हर हुनर को काम”। अब इस अभियान को नई गति दी जा रही है, ताकि गांव-गांव तक युवाओं को इस योजना का लाभ मिल सके।