हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ रविवार 25 मई 2025
अयोध्या में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे संविदा बिजली कर्मियों पर अब प्रशासन सख्त हो गया है। धरने के 34वें दिन संविदा कर्मियों को 5.5 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस मुख्य अभियंता वितरण अशोक कुमार चौरसिया की ओर से जारी किया गया है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि यदि इस राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो संबंधित कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
करीब एक माह पहले 200 से अधिक संविदा बिजली कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के नौकरी से बाहर कर दिया गया था। इसके विरोध में संविदा बिजली कर्मी बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। धरना अब अपने 34वें दिन में प्रवेश कर चुका है, और कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उन्हें फिर से नौकरी पर नहीं लिया जाता, वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।
मुख्य अभियंता द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि संविदा कर्मियों द्वारा 23 अप्रैल से उच्च तीव्रता वाले लाउडस्पीकरों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे विभागीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है और राजस्व की हानि भी हो रही है। नोटिस में साफ लिखा गया है कि –
- 23 अप्रैल से 31 अप्रैल तक प्रतिदिन 50 लाख रुपये की क्षति हुई है।
- 1 मई से 20 मई तक प्रतिदिन 10 लाख रुपये की क्षति आंकी गई है।
- इस हिसाब से कुल 5.5 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी।
चेतावनी के साथ दिया गया अल्टीमेटम
मुख्य अभियंता ने स्पष्ट किया है कि अगर प्रदर्शन तुरंत समाप्त नहीं किया गया और नुकसान की भरपाई नहीं की गई, तो प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की जाएगी। इससे पहले भी मुख्य अभियंता की ओर से एक चेतावनी नोटिस दिया जा चुका है, लेकिन कर्मचारियों ने प्रदर्शन जारी रखा।
धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि यह कार्रवाई तानाशाही है और उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उनका दावा है कि उन्होंने शांति से धरना दिया है और विभाग की ओर से संवाद की कोई गंभीर कोशिश नहीं की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी नौकरी बहाल नहीं होती, वे पीछे नहीं हटेंगे।