हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 28 अप्रैल: 2025,
चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब रजिस्ट्रेशन के मामले में कोई परेशानी नहीं होगी। उत्तराखंड सरकार की ओर से चारधाम यात्रा की तैयारी तेज कर दी गई है, और 28 अप्रैल से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए 15 काउंटर भी बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए बेहद सुविधाजनक साबित होंगे।
कहाँ और कब कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन?
श्रद्धालुओं को अब हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर में स्थित रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा मिलेगी। ये काउंटर सुबह 7 बजे से खुलेंगे। अब तक, 21.55 लाख तीर्थयात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं, और अब ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का विकल्प भी उपलब्ध है।
यात्रा की तिथियाँ और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। अक्षय तृतीया के दिन, यानी 1 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे।
ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का विवरण
गौरतलब है कि 60 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन माध्यम से किए गए हैं, जबकि 40 प्रतिशत ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए की है। चारधाम यात्रा मार्गों पर कुल 15 रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाए गए हैं, जिनमें 30 काउंटर ऋषिकेश, 20 काउंटर हरिद्वार और 15-15 काउंटर हरबर्टपुर और विकासनगर में स्थित होंगे।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की जानकारी
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन की दोनों सुविधाएं — ऑनलाइन और ऑफलाइन — दी जा रही हैं, जिससे उन्हें यात्रा में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।