नई दिल्ली। लाल किले के पास हुए कार धमाके ने देश ही नहीं, पूरी दुनिया को हिला दिया है। धमाके के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान ने राजस्थान बॉर्डर पर अपने फाइटर जेट्स की पेट्रोलिंग बढ़ा दी, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव की स्थिति बन गई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, सेना प्रमुखों, NSA और DG ISI ने इस्लामाबाद में देर रात तक बैठक की। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पाकिस्तान की “सुरक्षा तैयारी” नहीं बल्कि राजनीतिक संदेश भी हो सकता है।
विदेशी एडवाइजरी से बढ़ी चिंता
ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस ने भारत यात्रा करने वाले नागरिकों को चेतावनी दी है। ब्रिटिश सरकार ने भारत-पाकिस्तान सीमा से 10 किमी के दायरे में यात्रा न करने की सलाह दी, जबकि अमेरिकी दूतावास ने लाल किले और आसपास के पर्यटक स्थलों से दूर रहने को कहा। फ्रांस ने भी सतर्कता बरतने को कहा है।
फरीदाबाद और पुलवामा कनेक्शन
जांच में सामने आया कि धमाके में इस्तेमाल हुंडई i20 कार पहले फरीदाबाद से पुलवामा निवासी तारिक के पास पहुंची थी। पुलवामा कनेक्शन मिलने से सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। सूत्रों के मुताबिक यह कार नेटवर्क फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है, जहाँ 2900 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था।
क्या था यह जल्दबाजी में किया गया हमला?
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि कार के पीछे हिस्से में हाई-इंटेंसिटी ब्लास्ट हुआ। माना जा रहा है कि फरीदाबाद में गिरफ्तार डॉ. मुझम्मिल शकील और डॉ. आदिल राथर के साथियों ने जल्दबाजी में यह हमला किया।
तनावपूर्ण माहौल और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
NIA, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, IB और RAW इस मामले की जांच में जुटी हैं। लाल किला और उसके आसपास का इलाका सील कर दिया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि “आसमान में आग का गोला” दिखा।
दिल्ली ब्लास्ट अब सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं रह गई — इसके धागे फरीदाबाद, पुलवामा और पाकिस्तान तक पहुंच रहे हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चेतावनियां इसे वैश्विक सुरक्षा संकट का रूप दे रही हैं।













