हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 28 अप्रैल: 2025,
पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकियों को “कल्पना से परे सजा” देने का ऐलान किया है। वहीं इस हमले पर विपक्षी दलों के बयानों ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस नेताओं के बयानों से राहुल गांधी और खरगे असहज
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। राहुल गांधी का मानना है कि इस तरह के भटकाव भरे बयान पार्टी की एकजुटता और छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस पर ऐतराज जताया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस जल्द ही अपने नेताओं को निर्देश जारी कर सकती है कि वे केवल कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुरूप ही बयान दें।
सिद्धरमैया का विवादित बयान: “पाकिस्तान से युद्ध की जरूरत नहीं”
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि पाकिस्तान के साथ युद्ध की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं।” उनके इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। कई स्थानों पर सिद्धरमैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए। बीजेपी ने तंज कसते हुए कांग्रेस नेताओं को ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ देने की मांग तक कर दी।
राहुल गांधी ने घायलों से की मुलाकात, एकजुटता का संदेश दिया
राहुल गांधी ने शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले में घायल और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा,
“जो कुछ भी हुआ है, उसके पीछे समाज को विभाजित करने और भाई को भाई से लड़ाने की साजिश है। यह समय है कि हर भारतीय एकजुट होकर आतंकवादियों की नापाक कोशिशों को विफल करे।”
राहुल गांधी का यह बयान देश में एकता और भाईचारे का संदेश देने वाला था, जो विपरीत ध्रुवों पर खड़ी राजनीतिक बयानबाजियों के बीच एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है।