हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
सांसद और विधायक पुत्र नामजद आरोपी
संभल में जामा मस्जिद के पास 24 नवंबर को हुए बवाल से जुड़े मामलों में पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई की है। दर्ज 12 एफआईआर में से 10 में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई है, जबकि शेष दो मामलों की विवेचना अंतिम चरण में है। इनमें एक मुकदमे में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को नामजद आरोपी बनाया गया है।
कमेटी सदर जफर अली पहले ही गिरफ्तार
जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट को पुलिस ने पहले ही 23 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस जांच में उनकी भूमिका बवाल में सक्रिय पाई गई थी।
24 नवंबर को हिंसा की शुरुआत, 5 की मौत
24 नवंबर को जामा मस्जिद के नजदीक से शुरू हुआ विवाद नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा तक फैल गया था। इस दौरान गोलीबारी, आगजनी, पत्थरबाजी और तोड़फोड़ हुई। इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी।
हत्या और लूट के मामलों में भी चार्जशीट दाखिल
हत्या के मामलों में पुलिस ने शारिक साठा गिरोह के मुल्ला अफरोज, गुलाम और वारिस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शारिक साठा को भी आरोपी बनाया गया है। चारों हत्याओं में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। इसके अलावा बवाल, तोड़फोड़ और पुलिस से लूट समेत 10 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है।
बवाल की साजिश दुबई से रची गई
दीपा सराय निवासी शारिक साठा को पुलिस देश का बड़ा वाहन चोर मानती है। दिल्ली पुलिस के अनुसार वह दाऊद इब्राहिम की डी गैंग और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में रहा है। पुलिस का कहना है कि बवाल की साजिश शारिक ने दुबई से रची और अपने गुर्गों को हथियार और विदेशी कारतूस भेजे।
शारिक की संपत्ति जब्ती और भगोड़ा घोषित करने की तैयारी
एसपी के अनुसार शारिक की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया जारी है। उसे न्यायालय से भगोड़ा घोषित कराने की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
सांसद पर भड़काऊ भाषण, विधायक पुत्र पर भीड़ भड़काने का आरोप
मुकदमा संख्या 335/24 में सपा सांसद पर भड़काऊ भाषण देने और सुहेल इकबाल पर भीड़ को भड़काने का आरोप है। इसमें कई सौ अज्ञात आरोपी भी शामिल किए गए हैं, पर अभी तक केवल एक गिरफ्तारी हुई है।
74 उपद्रवी अब भी फरार
पुलिस ने हिंसा में शामिल 74 उपद्रवियों की पहचान फोटो और वीडियो के आधार पर की है। इनके पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए और सूचना देने वालों के लिए इनाम की घोषणा भी की गई, लेकिन अब तक किसी का सुराग नहीं लग पाया है।