हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 29 जुलाई 2025
संजय सक्सेना –
नगर आयुक्त का सख्त रुख: वार्ड 60 और 28 की गंदगी पर 7 लाख का जुर्माना, सफाई कर्मचारियों की बर्खास्तगी
सुबह-सुबह निरीक्षण में मिली गंदगी, लापरवाही पर नगर आयुक्त ने लिया ताबड़तोड़ एक्शन
अलीगढ़। नगर आयुक्त ने मंगलवार सुबह वार्ड 60 और 28 में सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। गांधी नगर, प्रीमियम नगर, बैंक कॉलोनी, महेंद्र नगर रोड, मरघट इत्यादि क्षेत्रों में निरीक्षण के दौरान उन्हें भारी गंदगी, भरी नालियां, जगह-जगह फैला कूड़ा और सफाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति मिली। इस लापरवाही से नगर आयुक्त का मूड बेहद खराब हो गया और उन्होंने मौके पर ही सख्त कार्रवाई की।


वार्डवासियों ने बयां की सफाई की सच्चाई
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने आम नागरिकों से वार्ड की सफाई व्यवस्था की हकीकत जानी। लोगों ने खुलकर बताया कि नालियां महीनों से साफ नहीं हुई हैं, झाड़ू नहीं लगाई जाती, कूड़ा इकट्ठा रहता है और सफाई कर्मचारी रोज नहीं आते। नागरिकों की शिकायतों की पुष्टि现场 की गंदगी ने कर दी।
सुखमा कंपनी पर ₹5 लाख जुर्माना, दो कर्मचारी बर्खास्त
वार्ड 60 में नियुक्त ठेका संस्था सुखमा कंपनी की लापरवाही सामने आई। निरीक्षण में कंपनी द्वारा तैनात सिर्फ दो सफाई कर्मचारी – प्रभात पुत्र रतनलाल और राजीव पुत्र राजपाल ही कार्यरत मिले। इतने बड़े क्षेत्र में केवल दो कर्मचारियों की उपस्थिति को नगर आयुक्त ने सार्वजनिक स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बताया।
उन्होंने कंपनी पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया और दो सफाईकर्मियों – अजय पुत्र राजकुमार व बबलू पुत्र चमन को सेवा से तत्काल बर्खास्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ठेका कंपनी को स्पष्ट निर्देश थे कि पर्याप्त स्टाफ नियुक्त किया जाए, लेकिन इसके उलट स्थिति सामने आई।
अर्बन कंपनी पर ₹2 लाख का जुर्माना
वार्ड 60 में कूड़ा कलेक्शन वाहन के समय से न आने और कूड़ा प्वाइंट्स से नियमित उठान न होने की शिकायतों पर अर्बन कंपनी को भी नगर आयुक्त ने बख्शा नहीं। उन्होंने अर्बन कंपनी पर ₹2 लाख का जुर्माना लगाया और दो दिन में व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम दिया।
बीट प्लान लगाने के निर्देश
नगर आयुक्त ने दोनों कंपनियों को निर्देशित किया कि हर वार्ड में साफ-सफाई की जिम्मेदारी तय करने के लिए बीट प्लान सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाए। इसमें यह स्पष्ट हो कि किस कर्मचारी की जिम्मेदारी झाड़ू लगाने की है, कौन नालियां साफ करेगा और कूड़ा उठाने वाला कौन है। इससे आमजन को पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
सफाई कर्मचारियों की वर्दी अनिवार्य
निरीक्षण के दौरान कई सफाईकर्मी बिना यूनिफॉर्म के काम करते पाए गए। नगर आयुक्त ने दोनों कंपनियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वार्ड में तैनात समस्त कर्मचारियों को वर्दी उपलब्ध कराई जाए। अगली बार निरीक्षण में कोई भी कर्मचारी बिना यूनिफॉर्म के मिला तो संबंधित कंपनी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्वच्छता निरीक्षक पर गिरी गाज
वार्ड 60 में सफाई व्यवस्था का सुपरविजन कर रहे स्वच्छता निरीक्षक प्रकाश सिंह की लापरवाही भी उजागर हुई। स्थानीय नागरिकों ने नगर आयुक्त से सीधी शिकायत की कि निरीक्षक न तो मॉनिटरिंग करते हैं और न ही सफाईकर्मियों की हाजिरी लेते हैं। नगर आयुक्त ने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए प्रकाश सिंह का वेतन रोकने और कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त का संदेश: कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं
नगर आयुक्त ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा,
“साफ-सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कर्मचारी, सुपरवाइजर या निरीक्षक – सभी को अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभानी होगी। अलीगढ़ को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हर किसी को योगदान देना होगा।”
रोजाना फील्ड में कर रहे औचक निरीक्षण
नगर आयुक्त द्वारा लगातार सफाई व्यवस्था का फील्ड निरीक्षण किया जा रहा है। वे रोजाना बिना किसी पूर्व सूचना के सुबह-सुबह फील्ड में निकलते हैं और विभिन्न क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का जायजा लेते हैं। इससे सफाई विभाग और ठेका कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। लेकिन नगर आयुक्त ने साफ कहा है कि यह प्रक्रिया जारी रहेगी और कहीं भी लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।