हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 15अप्रैल: 2025,
वाराणसी में मीडिया को संबोधित करते हुए गौ रक्षा का मुद्दा उठाया
ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक महत्वपूर्ण विषय पर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुई हिंसक घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब पहले गौ माता की हत्या हो रही थी, तब उन्हें रोकने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा, “गौ माता के आशीर्वाद से ही हमारी रक्षा होती है।”
33 करोड़ ‘गौ मतदाता’ बनाने का ऐलान
इस प्रेस वार्ता में शंकराचार्य ने देशभर में 33 करोड़ ‘गौ मतदाता’ तैयार करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ आबादी में से 33 करोड़ लोग गौ हित में मतदान करने के लिए शपथ लेंगे। उन्होंने बताया कि इन मतदाताओं को यह शपथ दिलाई जाएगी कि वे केवल उन्हीं को वोट देंगे जो गौ माता के हित की बात करेंगे और उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध होंगे।
17 मार्च को रामलीला मैदान में कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिली
शंकराचार्य ने यह भी आरोप लगाया कि 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में उन्हें अपनी बात रखने की अनुमति सरकार द्वारा नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि वे विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यालयों में जाकर भी अपनी बात रखने को तैयार थे, लेकिन वहां भी पुलिस ने उन्हें रोक दिया और करीब तीन घंटे तक सड़क पर ही रखा गया।
राजनीतिक दलों पर आरोप: गौ हित के मुद्दे पर कोई समर्थन नहीं
उन्होंने यह दावा किया कि प्रयागराज महाकुंभ सहित विभिन्न मंचों पर इस विषय को उठाया गया, लेकिन किसी भी राजनीतिक दल ने उनका समर्थन नहीं किया। शंकराचार्य ने कहा कि उन्होंने सभी दलों से साफ तौर पर प्रश्न पूछे थे और 35 दिन का समय भी दिया था, लेकिन 17 मार्च के बाद से अब तक किसी भी दल की ओर से कोई उत्तर नहीं मिला है।
भारतीय जनता पार्टी पर भी लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लेकर शंकराचार्य ने विशेष रूप से नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि जहां भाजपा की सरकारें पूर्वोत्तर राज्यों में हैं, वहां उनके विरोध में प्रस्ताव पारित किए गए। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने धारा 370 हटाने के बहाने कश्मीर में गौ हत्या पर पूर्व में मौजूद सख्त सज़ा को खत्म कर दिया।
‘गाय खाना हमारी संस्कृति’ – पूर्वोत्तर में भाजपा कार्यकर्ताओं का कथन
शंकराचार्य ने यह भी दावा किया कि पूर्वोत्तर में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने लिखित रूप में यह कहा कि ‘गाय खाना हमारी संस्कृति है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा से सबसे ज्यादा आशा थी, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि कोई भी राजनीतिक दल गौ माता के समर्थन में नहीं खड़ा है। इसलिए, अब इनसे कोई अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए।