हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 24 जुलाई 2025
अलीगढ़, 24 जुलाई 2025— टिकाऊ कृषि और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए अलीगढ़ मंडल में नैनो तकनीक आधारित उर्वरकों को लेकर एक विशेष प्रस्तुति का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुक्त संगीता सिंह ने की, जबकि इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक बी.के. निगम ने नैनो डीएपी और नैनो यूरिया पर विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पारंपरिक रासायनिक उर्वरकों की तुलना में नैनो तकनीक अधिक प्रभावी है। सिर्फ 500 मि.ली. की एक बोतल नैनो यूरिया या डीएपी, एक बोरी सामान्य उर्वरक के बराबर असरदार होती है। इससे उत्पादन लागत में कमी, उपज में वृद्धि और पर्यावरण संरक्षण तीनों लक्ष्य पूरे होते हैं।
कार्यक्रम के दौरान मंडल के 6 प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिन्होंने नैनो तकनीक के जरिए न सिर्फ बेहतर उत्पादन किया, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन में भी योगदान दिया।
सम्मानित किसानों में शामिल हैं:
🔸 अमित अग्रवाल (ग्राम लधोली, इगलास) – आलू और धान
🔸 संजीव चौहान (ग्राम जिरौली धूमसिंह, अतरौली) – आलू और मक्का
🔸 नरेश कुमार (कंदौली) – गेहूं और बाजरा
🔸 हिमांशु भारद्वाज (भवीगढ़) – गेहूं और मक्का
🔸 संजू सिंह (ग्राम नगलिया, बिजना टप्पल) – गेहूं और धान
🔸 मुनेंद्र सिंह (ग्राम मानगढ़ी, गोंडा) – काशीफल
आयुक्त संगीता सिंह ने कहा कि नैनो तकनीक एक क्रांतिकारी नवाचार है, जो कृषि को टिकाऊ, लाभकारी और पर्यावरण-अनुकूल बनाता है। उन्होंने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि नैनो उर्वरकों के प्रचार-प्रसार हेतु विशेष अभियान चलाएं और किसानों को इसके प्रयोग के लिए प्रशिक्षित करें।