हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 6 मई : 2025,
आगरा। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन को मंगलवार सुबह पुलिस ने कासगंज के पटियाली जाने से पहले फिर नजरबंद कर दिया। आगरा के संजय प्लेस स्थित उनके एचआईजी फ्लैट को छावनी में तब्दील कर दिया गया। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर उन्हें उनके आवास से निकलने नहीं दिया गया। इस पर सपा सांसद ने प्रदेश सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
सुमन ने कहा कि उनके ऊपर पाबंदियां लगाकर उन्हें दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़े होने से रोका जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कातिलाना हमले के आरोपियों को पुलिस खुला संरक्षण दे रही है, जबकि उन्हें नजरबंद किया जा रहा है।
“मुख्यमंत्री कार्यालय की मिलीभगत से हो रही है यह कार्रवाई”
रामजी लाल सुमन ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के इशारे पर पुलिस और प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि 26 मार्च को उन पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें पुलिस ने जांच के नाम पर दस टीमें गठित करने की बात कही थी। बावजूद इसके अब तक हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई। वे खुलेआम घूम रहे हैं और वीडियो जारी कर धमकियां दे रहे हैं।

सांसद आवास पर समर्थकों की भीड़, विरोध जताया
सुमन के नजरबंद किए जाने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और समर्थक उनके आवास पर एकत्रित हो गए। महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार, पूर्व पार्षद मुकेश यादव, ममता टपलू, सलीम शाह, धर्मेंद्र यादव, सुरेश कुशवाह, गौरव यादव सहित कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के इस रवैये की कड़ी निंदा की।
पटियाली दौरा रद्द, क्षत्रिय समाज का विरोध भी टला
रामजी लाल सुमन का कासगंज के पटियाली क्षेत्र के गांव दयोरईया का प्रस्तावित दौरा भी रद्द हो गया। इस दौरे को लेकर क्षत्रिय समाज के लोगों में नाराजगी थी, क्योंकि सांसद सुमन द्वारा वीर राणा सांगा पर की गई कथित अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन की तैयारी की गई थी। लेकिन उनके न पहुंचने की सूचना पर क्षत्रिय समाज ने विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
सुमन का आरोप: ‘पुलिस कर रही है नूरा कुश्ती’
सपा सांसद ने कहा कि जिन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, उनके साथ पुलिस नूरा कुश्ती कर रही है। जबकि उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के विरुद्ध बताते हुए कड़ी निंदा की।