हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 17 दिसंबर 2025 । जिले में बढ़ते साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और पीड़ितों को त्वरित राहत दिलाने के उद्देश्य से जिला पुलिस द्वारा लगातार सख्त एवं ठोस कार्रवाई की जा रही है। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश के निर्देशों के क्रम में जिले के सभी थानों पर साइबर हेल्पडेस्क का गठन किया गया है। इन हेल्पडेस्कों पर प्रशिक्षित अधिकारी व कर्मचारी तैनात किए गए हैं, जो साइबर ठगी से जुड़ी शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कर रहे हैं।
पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रभाकर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष मण्डल में साइबर ठगी से संबंधित दर्ज 620 मुकदमों में से 195 का सफल निस्तारण किया जा चुका है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में पीड़ितों की ठगी गई धनराशि भी वापस कराई गई है। उन्होंने आमजन से अपील की कि नेट बैंकिंग, ऑनलाइन भुगतान और सोशल मीडिया के उपयोग में सतर्कता बरतें तथा किसी भी प्रकार की साइबर घटना होने पर तुरंत साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
एसपी क्राइम ममता कुरील ने बताया कि दिसंबर माह में अब तक 1 करोड़ 23 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामलों में लगभग 21 प्रतिशत धनराशि को सुरक्षित किया जा चुका है। त्वरित कार्रवाई के कारण कई मामलों में ठगों द्वारा निकाली गई रकम को समय रहते होल्ड कराया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिला पुलिस द्वारा साइबर ठगी की शिकायत मिलते ही संबंधित बैंक खातों की धनराशि को होल्ड एवं लीनमार्क कराया जा रहा है। साथ ही संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई भी की जा रही है। 10 हजार रुपये से कम की साइबर ठगी के मामलों में संदिग्ध मोबाइल नंबर और आईएमईआई नंबर को ब्लॉक कराने की प्रभावी व्यवस्था लागू की गई है, जिससे ठगों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने कहा कि साइबर अपराधों की रोकथाम के साथ-साथ आम नागरिकों को जागरूक करना भी पुलिस की प्राथमिकता है। इसके लिए शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर कार्यशालाओं व जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिला पुलिस का उद्देश्य है कि तकनीक के बढ़ते उपयोग के बीच नागरिकों को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखते हुए हर पीड़ित को शीघ्र न्याय और सहायता उपलब्ध कराई जाए।














