हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 10 मई : 2025,
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में तंत्र-मंत्र की रहस्यमयी गतिविधियों के बीच दो रिश्तेदारों की संदिग्ध मौत से सनसनी फैल गई है। थाना मक्खनपुर क्षेत्र में स्थित फारुकी ग्लास फैक्टरी के सामने खाली पड़ी एक बाउंड्री में शुक्रवार सुबह दोनों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। मृतकों की पहचान थाना एका के नगला गोकुल निवासी रामनाथ (55) और उत्तर थाना क्षेत्र की इंद्रा कॉलोनी निवासी पूरन (45) के रूप में हुई है।
घटनास्थल से मिला तांत्रिक सामग्री का सामान
पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तो वहां का दृश्य बेहद रहस्यमयी और डरावना था। शवों के पास एक गिलास पानी, कटा हुआ नींबू, लड्डू और एक नीम के पेड़ से लटका हुआ सुई से भेदा गया गुड्डा (पुतला) मिला। ये सभी वस्तुएं तंत्र-मंत्र से जुड़ी मानी जाती हैं। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी इन वस्तुओं को कब्जे में लेकर साक्ष्य इकट्ठा किए, लेकिन पुलिसकर्मी तक पेड़ से लटके पुतले को छूने से कतराते दिखे।
रिश्तेदारी में आया था रामनाथ, चमत्कार दिखाने की थी कोशिश?
जानकारी के अनुसार, रामनाथ अपनी पत्नी के साथ नसीरपुर स्थित ससुराल में आयोजित एक शादी में शामिल होने आया था। शादी के बाद उसने पत्नी को मायके छोड़ दिया और अपने दूर के रिश्तेदार पूरन के पास पहुंच गया। दोनों बृहस्पतिवार की सुबह एक साथ बाइक से निकले और कहा कि एक घंटे में लौट आएंगे, लेकिन शुक्रवार सुबह उनके शव बाउंड्री में पड़े मिले। शव से कुछ दूरी पर उनकी बाइक भी खड़ी मिली, जिस पर हेलमेट टंगा था और चाभी लगी हुई थी।
पूरन करता था तंत्र-मंत्र, विद्या का दिखाता था चमत्कार
स्थानीय लोगों और परिजनों की मानें तो पूरन बेलदारी के काम के साथ-साथ तंत्र-मंत्र की विद्या भी करता था। वह कई बार लोगों को चमत्कार दिखाने का दावा करता था। आशंका जताई जा रही है कि दोनों किसी तांत्रिक साधना में लड्डू और मंत्रों के माध्यम से कोई चमत्कारिक प्रयोग कर रहे थे, जिसमें जहर के सेवन से उनकी जान चली गई।
पोस्टमार्टम में नहीं खुला मौत का राज, विसरा संरक्षित
फिरोजाबाद पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट में मौत का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया, जिस कारण दोनों का विसरा संरक्षित कर लिया गया है। थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि दोनों के बीच पैसों का लेन-देन भी था और दोनों कुछ समय से कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे।
मानसिक रोग विशेषज्ञ ने जताई मानसिक विकृति की आशंका
इस पूरे मामले पर आगरा मेडिकल कॉलेज की मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. अरूशिखा सिंह ने कहा कि अक्सर लोग जब किसी बड़े नुकसान या परेशानी में होते हैं, तो वे चमत्कार की उम्मीद में तंत्र-मंत्र का सहारा लेते हैं। यह स्थिति मानसिक रोग जैसी होती है, जिसमें निरंतर चिकित्सा और परामर्श की जरूरत होती है।
पुलिस की जांच जारी, CCTV और संदिग्धों से पूछताछ
फिलहाल पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और घटना से जुड़े हर पहलू की जांच की जा रही है। शक के दायरे में आए लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी संभावनाओं की गहनता से जांच की जा रही है।