ऊपरी गंगा नहर बंद करने का निर्णय
हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 25 अगस्त 2025
जिले में स्वास्थ्य और सिंचाई से जुड़ी दो महत्वपूर्ण बैठकें सोमवार को आयोजित हुईं। पहली बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) से निपटने की तैयारियों को लेकर हुई। दूसरी ओर, ऊपरी गंगा नहर के सुचारु संचालन और सिल्ट निकासी को लेकर सिंचाई विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से नहर बंद करने की घोषणा की गई।

बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारी
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि बर्ड फ्लू जैसी संभावित स्थिति से निपटने के लिए समन्वय बनाकर त्वरित कार्रवाई करें। किसी भी मृत या अस्वस्थ पक्षी की सूचना तुरंत नियंत्रण कक्ष तक पहुँचाने की अपील की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन पूरी तरह तैयार है और पोल्ट्री फार्म में कार्यरत कर्मियों को मास्क व सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, ताकि संक्रमण का खतरा न बढ़े।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि जिले में पांच रैपिड रिस्पॉन्स टीमें सक्रिय हैं। वर्तमान में जिले में 63 पोल्ट्री फार्म संचालित हैं, जिनसे प्रतिमाह 22.61 लाख अंडों का उत्पादन होता है। इसके अतिरिक्त 30 हजार और 10 हजार पक्षियों की कमर्शियल यूनिट्स से क्रमशः 94.82 लाख और 12.46 लाख अंडों का उत्पादन हो रहा है। साथ ही, 10 हजार पक्षियों की एक ब्रायलर यूनिट से प्रतिमाह 2.18 लाख का उत्पादन हो रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच जिले से जांच हेतु भेजे गए 280 सैंपल (131 क्लोयकल और 149 ट्रेकियल) की सभी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल रैपिड रिस्पॉन्स टीम, एंटीवायरल दवाओं और लॉजिस्टिक की उपलब्धता पर जानकारी दी। वहीं वन विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने की बात कही और पंचायती राज विभाग ने स्वच्छता व जनजागरूकता पर जोर दिया।
बैठक में सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, एडीएम वित्त प्रमोद कुमार, सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी, डॉ. अमित पाल, डॉ. कप्तान सिंह, डॉ. तेजवीर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
ऊपरी गंगा नहर होगी बंद
दूसरी ओर, सिंचाई विभाग ने किसानों को सूचित किया कि गंगा नदी में सिल्ट की मात्रा बढ़ जाने के कारण ऊपरी गंगा नहर को रेगुलेशन मैन्युअल ऑर्डर के अनुसार चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है। अधिशासी अभियंता राजेंद्र कुमार ने बताया कि यह कदम नहर की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने और सिल्ट निकासी के लिए आवश्यक है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि इस प्रक्रिया के दौरान धैर्य और सहयोग बनाए रखें। विभाग ने भरोसा दिलाया है कि कार्य पूरा होने के बाद नहर का संचालन सामान्य रूप से शुरू कर दिया जाएगा और सिंचाई कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए आवश्यक वैकल्पिक प्रबंध किए जाएंगे।