हिन्दुस्तान मिरर | 4 जुलाई 2025,अलीगढ़
उत्तर प्रदेश सरकार की स्कूल मर्जर नीति के खिलाफ प्रदेशभर में विरोध की लहर तेज हो गई है। इसी क्रम में अलीगढ़ में प्राथमिक शिक्षक संघ ने गुरुवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की। पहले दिन शिक्षकों ने ब्लॉक और जिला स्तर पर प्रदर्शन करते हुए क्षेत्रीय विधायकों और विधान परिषद सदस्यों को ज्ञापन सौंपे। शिक्षकों ने परिषदीय विद्यालयों के विलय का आदेश तत्काल वापस लेने की मांग की।
जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह और जिला मंत्री राजेंद्र सिंह अत्री के नेतृत्व में शिक्षकों ने विधान परिषद सदस्य डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह के आवास पर जाकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने स्पष्ट कहा कि सरकार द्वारा 150 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों और 100 से कम छात्र संख्या वाले उच्च प्राथमिक स्कूलों को बंद करना और उनके प्रधानाध्यापक पदों को सरप्लस करना शिक्षक विरोधी और जनविरोधी निर्णय है।
इस मौके पर डा. मानवेंद्र सिंह ने आश्वासन दिया कि शिक्षकों की भावनाओं और मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा।
उधर, महानगर अध्यक्ष बिंदु शर्मा के नेतृत्व में शिक्षकों के एक अन्य समूह ने शहर विधायक मुक्ता संजीव राजा से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। उन्होंने भी सरकार से दोनों निर्णयों को वापस लेने की मांग की।
इसी क्रम में खैर विधायक सुरेंद्र सिंह दिलेर और इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी को भी शिक्षकों द्वारा ज्ञापन सौंपे गए।
इस दौरान कई शिक्षक, ग्राम प्रधान, एसएमसी अध्यक्ष और रसोइयों ने एकजुट होकर विरोध दर्ज कराया। विरोध जताने वालों में प्रमुख रूप से राधेश्याम शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा, मुगीसुर रहमान, वीरेश कुमार, डा. हरेंद्र सिंह, डा. अमित चौहान, अशोक चौधरी, गोपाल गुप्ता, दिनेश सिंह, सत्येंद्र सिंह, सुरभि, गीतिका, सीमा, सुनीता यादव, शिवकुमार सिंह और रामगोपाल सिंह जैसे नाम शामिल रहे।
शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। अगले चरण में राज्यव्यापी प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही है।