हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ गुरुवार 29 मई 2025
गजरौला (अमरोहा)। शहर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब सिंचाई विभाग के ठेकेदार और उनके चालक के शव उनके ही ऑफिस में संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। नगर के अवंतिका नगर मोहल्ले स्थित ऑफिस में गुरुवार सुबह दोनों के मुंह से झाग निकलता मिला, जिससे ज़हरखुरानी की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
मृतकों की पहचान शुक्लपुरी निवासी देव ऋषि उर्फ दीपक जाटव (42) और चौबारा निवासी इंद्रपाल सैनी (40) के रूप में हुई है। दीपक सिंचाई विभाग में ठेकेदारी का कार्य करते थे और संभल, बहजोई सहित कई स्थानों पर उनका काम चल रहा था। इंद्रपाल उनकी कार चलाते थे।
फोन न उठने पर हुआ खुलासा
परिजनों ने बताया कि बुधवार रात कई बार दीपक को कॉल किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इससे चिंतित होकर गुरुवार सुबह उनकी बहन हेमलता ने भांजे विवेक को ऑफिस भेजा। सुबह करीब छह बजे विवेक जब ऑफिस पहुंचा तो देखा कि मामा दीपक अर्धचेत अवस्था में बाथरूम के पास पड़े हैं और उनके साथ चालक इंद्रपाल भी मृत अवस्था में पास ही पड़ा है। पास में ही सेंट्रो कार स्टार्ट हालत में खड़ी थी, वहीं स्कार्पियो भी मौके पर मौजूद थी।
सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। नगर के लोग, सीओ श्वेताभ भास्कर और एएसपी घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से सबूत इकट्ठा किए। पुलिस ने शवों को सीएचसी भिजवाया, जहां बड़ी संख्या में नगरवासी और गणमान्य लोग एकत्र हुए। सभी ने परिवार को ढांढ़स बंधाया।
सीएचसी में शवों के पहुंचने पर मृतक दीपक की बहन हेमलता ने सुल्तान नगर के एक युवक पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि उक्त युवक अक्सर दीपक का फोन उठाता था, लेकिन बुधवार रात फोन क्यों नहीं उठाया – इसको लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई। पुलिस ने स्थिति को देखते हुए उस युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि दोनों शव ऑफिस परिसर में मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा हो सकेगा। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है, वहीं फोरेंसिक टीम के सबूतों के आधार पर भी दिशा तय की जा रही है।