7 सितंबर 2025 की रात को लगने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण इस बार खास महत्व रखता है। यह ग्रहण रात 9:58 बजे से शुरू होकर 1:26 बजे (8 सितंबर की मध्यरात्रि) समाप्त होगा। यह ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लग रहा है, जहां चंद्रमा और राहु की युति बनेगी। इस दौरान बुधादित्य योग और नवम-पंचम योग जैसे शुभ संयोग भी रहेंगे, जिससे यह दिन धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बन गया है।
ज्योतिषाचार्य काशीनाथ झा के अनुसार, यह ग्रहण 6 महीने तक असर डालेगा और करियर, स्वास्थ्य और रिश्तों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। भारत में इसका सूतक काल दोपहर 12:58 बजे से ही शुरू हो जाएगा। ग्रहण के समय मंत्र जप, दान और स्नान करने से नकारात्मक प्रभाव कम होगा।
मेष
रुके काम पूरे होंगे, करियर में नए अवसर मिलेंगे। लेकिन क्रोध और दुर्घटना से सावधान रहें।
उपाय: ‘ॐ अंगारकाय नमः’ का जाप करें, हनुमानजी को तेल अर्पित करें।
वृषभ
आर्थिक लाभ, करियर में सकारात्मक बदलाव। खर्चों पर संयम जरूरी।
उपाय: लक्ष्मी मंत्र का जाप करें, दूध का दान करें।
मिथुन
कड़ी मेहनत से सफलता, संतान पक्ष से चिंता। मानसिक तनाव रहेगा।
उपाय: गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें, ‘ॐ गं गणपतये नमः’ जपें।
कर्क
स्वास्थ्य और रिश्तों में तनाव। शिक्षा और करियर में कठिनाई।
उपाय: जल में तुलसी डालकर स्नान करें, चावल दान करें।
सिंह
व्यापार और वैवाहिक जीवन में सावधानी। बड़े निवेश से बचें।
उपाय: सूर्य को जल अर्पित करें, सूर्य मंत्र जपें।
कन्या
स्वास्थ्य सुधरेगा, रुके काम पूरे होंगे। दबाव बढ़ सकता है।
उपाय: दुर्गा सप्तशती पाठ करें, गाय को गुड़-चना खिलाएं।
तुला
मानसिक तनाव और शारीरिक परेशानी की आशंका। विवादों से बचें।
उपाय: शनि मंदिर में दीपक जलाएं, काले वस्त्र दान करें।
वृश्चिक
कार्यस्थल पर सराहना और आर्थिक लाभ। भूमि-वाहन लाभ के योग।
उपाय: शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं, कुश युक्त जल से स्नान करें।
धनु
धन-संपत्ति में वृद्धि, करियर में नए अवसर। विवादों से बचें।
उपाय: विष्णु सहस्रनाम पाठ करें, केले के पेड़ की पूजा करें।
मकर
धन हानि और स्वास्थ्य परेशानी संभव। निर्णय सोचकर लें।
उपाय: महामृत्युंजय मंत्र जपें, शनिदेव को तिल अर्पित करें।
कुंभ
ग्रहण आपकी ही राशि में है, मानसिक-शारीरिक चुनौतियां आएंगी।
उपाय: शनिदेव का दर्शन करें, काली वस्तुओं का दान करें।
मीन
फिजूलखर्ची से बचें, परिवार में चिंता। करियर में सफलता।
उपाय: तुलसी पर दीपक जलाएं, विष्णु मंत्र जपें।
चंद्रग्रहण के दौरान 3 खास उपाय
- “ॐ चंद्राय नमः” मंत्र का जप करें।
- चावल, दूध और सफेद वस्त्र का दान करें।
- ग्रहण काल में भोजन-जल न ग्रहण करें।
सावधानियां
- गर्भवती महिलाएं घर में रहें।
- नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करें।
- सूतक काल में पूजा और भोजन से बचें।
- ग्रहण के बाद स्नान और दान अवश्य करें।
👉 ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सही मंत्र जप और दान से न केवल ग्रहण के दोष कम होते हैं, बल्कि जीवन में भाग्यवृद्धि, करियर में उन्नति और मानसिक शांति भी प्राप्त होती है।