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गेहूं खरीद में रचा नया कीर्तिमान: अप्रैल के पहले सप्ताह में 1 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीद, 15 जून तक चलेगा अभियान

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 10अप्रैल: 2025,

लखनऊ। अन्नदाता किसानों के हित में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। सरकार की नीतियों और प्रयासों का ही परिणाम है कि इस वर्ष पहली बार अप्रैल के पहले सप्ताह में ही एक लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है। इस बार सरकार ने मोबाइल क्रय केंद्रों के माध्यम से गांव-गांव जाकर किसानों से सीधा संपर्क कर खरीद प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया है। अब तक 20,409 किसानों से गेहूं की खरीद की जा चुकी है, जबकि 3.56 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। गेहूं की खरीद प्रक्रिया 15 जून 2025 तक जारी रहेगी।

गांव-गांव जाकर किसानों से किया संपर्क

गेहूं की बेहतर खरीद सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने फसल कटाई से पहले ही गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क साधा। उन्हें सरकारी क्रय केंद्रों पर फसल बेचने के लिए प्रेरित किया गया। पंजीकरण और सत्यापन की व्यवस्था को भी सरल और पारदर्शी बनाया गया। पहली बार खाद्य एवं रसद विभाग मोबाइल क्रय केंद्रों के माध्यम से किसानों के खेतों तक पहुंचा, जिससे मौके पर ही फसल तौली जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अवकाश के दिनों में भी क्रय केंद्र खुले रखे गए हैं।

100 कुंतल तक गेहूं बेचने की छूट, सत्यापन के बिना

सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए यह व्यवस्था की है कि पंजीकृत किसान बिना सत्यापन के 100 कुंतल तक गेहूं बेच सकते हैं। सत्यापन के बाद किसान अपनी उत्पादन क्षमता के तीन गुना तक गेहूं विक्रय कर सकते हैं। इस व्यवस्था से दस्तावेजी त्रुटियों के कारण किसानों को होने वाली असुविधा को दूर किया गया है। क्रय केंद्रों पर बैठने की व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, और अन्य मूलभूत सुविधाओं को भी सुनिश्चित किया गया है।

48 घंटे में भुगतान की व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसानों को 48 घंटे के भीतर भुगतान कर दिया जाए। गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या मोबाइल ऐप ‘UP KISHAN MITRA’ पर पंजीकरण या नवीनीकरण कराना अनिवार्य है।

स्वच्छ और सूखे गेहूं की करें बिक्री

खाद्य एवं रसद विभाग ने किसानों से अनुरोध किया है कि वे गेहूं को अच्छी तरह सुखाकर, ओसाकर तथा उसमें से मिट्टी, कंकड़, और धूल आदि को साफकर ही क्रय केंद्र पर बिक्री के लिए लेकर आएं। इससे गुणवत्ता बनी रहेगी और फसल का सही मूल्य मिलेगा।

किसानों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर

किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए विभाग द्वारा टोल फ्री नंबर 18001800150 जारी किया गया है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर किसान जिला खाद्य विपणन अधिकारी, तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। गेहूं की खरीद प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक की जा रही है।

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