अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश):
बाबा भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर अलीगढ़ में भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें दलित समुदाय के हजारों लोग शामिल हुए। जहां एक ओर श्रद्धा और सम्मान के साथ जयंती मनाई गई, वहीं दूसरी ओर समुदाय के भीतर सरकार के प्रति गहरा असंतोष भी देखने को मिला।
“संविधान को रौंदा जा रहा है” – बाबा साहेब के अनुयायियों का आरोप
समारोह के दौरान उपस्थित लोगों ने आरोप लगाया कि बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा रचित संविधान आज मौजूदा सरकार द्वारा लगातार कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां दलितों, पिछड़ों और वंचितों के खिलाफ जा रही हैं, जिससे संविधान के मूल सिद्धांत खतरे में हैं।
रामजीलाल सुमन के घर पर करणी सेना का हमला – गुस्से में दलित समाज
जिला अलीगढ़ की तहसील इगलास में स्थित दलित सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर करणी सेना के द्वारा किए गए हमले ने इस आक्रोश को और भी भड़का दिया। खास बात यह रही कि घटना स्थल से मात्र 1 किलोमीटर दूरी पर मौजूदा मुख्यमंत्री की उपस्थिति थी, बावजूद इसके कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई।
“ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा” – दलित नेताओं की चेतावनी
दलित समुदाय ने एक स्वर में कहा कि अगर आगे भी रामजीलाल सुमन या उनके घर पर कोई हमला हुआ, तो वे चुप नहीं बैठेंगे। समाज ने साफ किया कि अब वे अपने नेताओं की सुरक्षा के लिए स्वयं खड़े होंगे और आवश्यकता पड़ी तो प्रतिकार करेंगे।
कानूनों में बदलाव पर भी जताया विरोध
समाज के लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार लगातार संविधान और कानूनों में बदलाव कर रही है, जिससे दलितों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है और वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सौदान सिंह का बयान: “समय दलितों के खिलाफ है”
इस पूरे मामले पर दलित नेता सौदान सिंह ने कहा कि मौजूदा समय पूरी तरह से दलित समाज के खिलाफ जाता दिख रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि करणी सेना जैसे संगठन जानबूझकर माहौल खराब कर रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।