हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 28 मई 2025
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। बीते पांच दिन से लापता मेडिकल स्टोर संचालक का शव मंगलवार रात गांव से महज एक किलोमीटर दूर निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के पाइप से बरामद हुआ। मृतक की पहचान बेहटा मजावर के हरईपुर निवासी 27 वर्षीय अंकित पटेल के रूप में हुई है। शव को एक्सप्रेसवे में जलनिकासी के लिए डाले गए पाइप में डालकर दोनों सिरों से मिट्टी भर दी गई थी, जिससे किसी को शक न हो सके।
दुर्गंध से हुआ खुलासा
मंगलवार रात लगभग 8 बजे गांव के पास स्थित करीब 15 इंच व्यास के पाइप से तेज दुर्गंध उठने पर ग्रामीणों और परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही एसओ मुन्ना कुमार और सीओ अरविंद चौरसिया मौके पर पहुंचे। जब ग्रामीणों की मदद से पाइप के मुंह पर डाली गई मिट्टी हटाई गई, तो पहले एक मानव अंगुली दिखाई दी। जैसे ही उसे खींचा गया, वह उखड़कर बाहर आ गई। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पाइप के अंदर घुसकर शव को बाहर निकाला। शव की हालत बेहद खराब थी और पहचान मृतक के कपड़ों और चेहरे से की गई।
अंकित 23 मई से था लापता
अंकित पटेल हरदोई जिले के मल्लावां थाना क्षेत्र के गौसगंज में मेडिकल स्टोर चलाता था और रोजाना बाइक से अपने गांव आता-जाता था। 23 मई की रात को वह घर नहीं लौटा और उसका मोबाइल फोन भी बंद हो गया। अगली सुबह जब कोई जानकारी नहीं मिली, तो छोटे भाई व भाजपा कार्यकर्ता अतुल पटेल ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
तलाश के दौरान 25 मई को गांव से लगभग 15 किलोमीटर दूर शादीपुर गांव के पास नहर के किनारे अंकित की बाइक मिली। बाइक की नंबर प्लेट टूटी हुई थी। इसके दो दिन बाद, मंगलवार को सरैंया गांव की झाड़ियों में बाइक की एक और नंबर प्लेट और चार शराब की बोतलें मिलीं। जांच में सामने आया कि ये शराब की बोतलें चकहनुमान के ठेके से खरीदी गई थीं, लेकिन सीसीटीवी कैमरा 23 मई की रात 9 बजे के बाद बंद मिला। बाद में ठेके से करीब 500 मीटर दूर पाइप में शव बरामद हुआ।
हत्या के पीछे रुपयों का लेनदेन या प्रेम प्रसंग की आशंका
फिलहाल परिजनों ने किसी पर खुलकर आरोप नहीं लगाया है, लेकिन ग्रामीणों में चर्चा है कि हत्या के पीछे रुपये के लेनदेन या किसी प्रेम प्रसंग की भूमिका हो सकती है। सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि शव कई दिन पुराना होने के कारण हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि हत्या कैसे की गई।
पुलिस को आशंका है कि हत्या अंकित के किसी करीबी ने की है, जो गांव या आसपास का ही रहने वाला हो सकता है। सर्विलांस टीम मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकलवा रही है और सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है, जिसमें प्रेम प्रसंग भी शामिल है।
परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पुलिस शुरू से गंभीरता दिखाती, तो अंकित का शव पांच दिन तक नहीं छिपा रहता। शुरू में इसे केवल गुमशुदगी का मामला मानकर जांच की गई, लेकिन जब बाइक और नंबर प्लेट बरामद हुईं, तभी पुलिस हरकत में आई।
घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक श्रीकांत कटियार भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। अंकित के पिता रामजीवन, मां राममूर्ति और बहन शालिनी समेत पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।
फिलहाल पुलिस फोरेंसिक टीम की मदद से जांच में जुटी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा। घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग इस निर्मम हत्या से स्तब्ध हैं।