हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 21 मई : 2025
वाराणसी। संकटमोचन मंदिर के महंत और आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर विश्वंभर नाथ मिश्र के तुलसी घाट स्थित आवास से करोड़ों रुपये मूल्य के गहनों और नकदी की चोरी के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मंगलवार देर रात रामनगर थाना क्षेत्र के कोदोपुर में एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को गोली लगने से घायल कर दिया, जबकि उनके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं एक बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में भोर तक कांबिंग की गई।
रविवार को प्रो. मिश्र के घर से करोड़ों के गहनों और करीब तीन लाख रुपये की नकदी चोरी हो गई थी। प्रो. मिश्र के दिल्ली से लौटने के बाद सोमवार दोपहर भेलूपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल के निर्देशन में एसओजी प्रभारी मनीष कुमार मिश्र, रामनगर थानाध्यक्ष राजू सिंह और भेलूपुर थानाध्यक्ष गोपालजी कुशवाहा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
देर रात सर्विलांस के जरिए जानकारी मिली कि चोरी में शामिल बदमाश कोदोपुर इलाके में मौजूद हैं और चोरी के माल का बंटवारा कर रहे हैं। इस सूचना पर टीम ने तुरंत कोदोपुर में दबिश दी। पुलिस को देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला।
मुठभेड़ में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। इनकी पहचान बिहार के भभुआ कैमूर जिले के अमो गांव निवासी विक्की तिवारी, अमावस गांव निवासी जितेंद्र सिंह उर्फ गोलू और राकेश दुबे के रूप में हुई है। इनके अलावा पुलिस ने भगवानपुर निवासी दिलीप उर्फ बंसी चौबे, फुलवा मऊ (फतेहपुर) निवासी अतुल शुक्ला और नारायणपुर दुबे (देवरिया) निवासी शनि को भी गिरफ्तार किया है।
घटनास्थल से एक बदमाश सुरेंद्र फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस ने देर रात तक सघन कांबिंग की।
पुलिस ने बदमाशों के पास से प्रो. मिश्र के आवास से चोरी गए गहने, नकदी, तमंचे और कारतूस बरामद किए हैं। डीसीपी ने बताया कि सभी गिरफ्तार बदमाश प्रो. मिश्र के वर्तमान या पूर्व नौकर रह चुके हैं और घर के अंदरूनी हालात से भलीभांति परिचित थे, जिसका उन्होंने फायदा उठाया।
घायल बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उपचार और पूछताछ के बाद सभी आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
डीसीपी गौरव बंसवाल ने कहा, “यह एक सुनियोजित चोरी थी, जिसमें प्रो. मिश्र के ही नौकर शामिल थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चोरी के लगभग सभी सामान और नकदी को बरामद कर लिया है। फरार बदमाश को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।”
तुलसी घाट इलाके में हुई इस बड़ी चोरी की घटना से जहां लोग भयभीत थे, वहीं पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सफलता से लोगों ने राहत की सांस ली है। अब देखना यह है कि फरार बदमाश कब पुलिस की गिरफ्त में आता है और चोरी की इस पूरी साजिश के पीछे की परतें कब तक पूरी तरह से खुलती हैं।