हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:19 जुलाई 2025
कोलकाता/दुर्गापुर, 19 जुलाई — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में की गई रैली के बाद सियासी तापमान चढ़ गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पीएम मोदी पर करारा हमला करते हुए उनके बयानों को “झूठ का पुलिंदा” बताया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बंगाल विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया।
टीएमसी की वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। घोष ने कहा, “मोदी झूठ का सहारा ले रहे हैं क्योंकि उन्हें आम बंगाली का समर्थन खोने का डर है।”
टीएमसी का आरोप: बंगालियों को रोहिंग्या और बांग्लादेशी बताया जा रहा
कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। उन्हें रोहिंग्या और बांग्लादेशी कहकर बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें बंगालियों को हिरासत में लेती हैं और अपमानित करती हैं।
भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार ने राजनीतिक द्वेष के चलते बंगाल के लिए मनरेगा और पीएम आवास योजना जैसे कार्यक्रमों के तहत मिलने वाली 1.7 लाख करोड़ रुपये की राशि रोक दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित 5,000 करोड़ के ‘अनुदान’ को “दिखावा” करार दिया।
मोदी का दावा: भाजपा ही बंगाली गौरव की रक्षक
दुर्गापुर रैली में पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा ही बंगाली अस्मिता की सच्ची रक्षक है और टीएमसी ने बंगाल में घुसपैठ, हिंसा और युवाओं के पलायन को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी की नीतियों ने राज्य को पीछे धकेला है।
राजनीतिक तापमान बढ़ा
इस बयानबाज़ी के बाद बंगाल की राजनीति में टकराव और बढ़ गया है। टीएमसी ने साफ किया कि वह बंगालियों की गरिमा और अधिकारों के लिए आवाज़ उठाती रहेगी, जबकि भाजपा खुद को बंगाली स्वाभिमान की सच्ची हितैषी बताने में जुटी है।