नेपाल में पिछले कई दिनों से चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के बाद अब हालात सामान्य करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। 8 सितंबर से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया था। सरकारी कार्यालयों, निजी घरों और दुकानों में तोड़फोड़ व आगजनी से व्यापार चौपट हो गया। हालात बिगड़ने पर सेना को कई शहरों में कर्फ्यू लगाना पड़ा था।
व्यापारियों ने निकाली सद्भावना रैली
व्यापारिक और पेशेवर संगठनों ने शुक्रवार सुबह भैरहवा में शांति बहाली के लिए सद्भावना रैली निकाली। यह रैली बेलहिया सीमा से देवकोटा चौक होते हुए बुद्ध चौक तक पहुंची। आयोजन का नेतृत्व लुम्बिनी प्रेस क्लब ने किया। इसमें नेपाली वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (लुम्बिनी प्रांत), सिद्धार्थनगर चैंबर ऑफ कॉमर्स, रूपन्देही चैंबर ऑफ कॉमर्स, सिद्धार्थ नेटवर्क, सिद्धार्थ ट्रांसपोर्ट और भैरहवा मॉर्निंग वॉक ग्रुप सहित कई संगठन शामिल हुए। रैली का उद्देश्य उन व्यापारियों का मनोबल बढ़ाना था जिनके कारोबार मंगलवार की हिंसा के बाद बंद हो गए थे।
कर्फ्यू हटाया गया
सिद्धार्थनगर जिले में लगाए गए कर्फ्यू को शुक्रवार को हटा लिया गया। रूपन्देही के मुख्य जिला अधिकारी टोकराज पांडे भी रैली में शामिल हुए और कहा कि ऐसी पहल जनजीवन सामान्य करने में सहायक होगी।
भारत से आयात फिर शुरू
हिंसा के दौरान बंद हुआ बेलहिया सीमा शुल्क कार्यालय अब खोल दिया गया है। इस कार्यालय को प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और तोड़फोड़ से नुकसान पहुंचाया था। कार्यालय प्रमुख शिवलाल नेउपाने ने जानकारी दी कि भारत से तरलीकृत पेट्रोलियम गैस, सब्जियों और फलों का आयात शुक्रवार सुबह से शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि देश की समग्र स्थिति को देखते हुए अन्य आयात और निर्यात गतिविधियों को भी धीरे-धीरे बहाल किया जाएगा।
निष्कर्ष
नेपाल में हुए प्रदर्शनों से जहां व्यापार और सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ था, वहीं अब व्यापारिक संगठनों और प्रशासन की संयुक्त पहल से हालात धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगे हैं। व्यापारी वर्ग शांति की अपील कर रहा है और सीमाओं से आवश्यक वस्तुओं का आयात फिर से शुरू हो चुका है।
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