हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 4 जून 2025 अलीगढ़
अलीगढ़, 04 जून 2025: विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के अंतर्गत अलीगढ़ जिले के विकास खंड धनीपुर के 9 चिन्हित ग्रामों—गड़राना, कमालपुर, सिहौर, चाँदगढ़ी, उकावली, ताजपुर, रहसूपुर, दाउदपुर और भटौला में बुधवार को कृषक-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), तथा कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य विभागों के वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने किसानों को पराली प्रबंधन, नर्सरी प्रबंधन, श्री अन्न, जैविक कीटनाशक, DSR पद्धति, प्राकृतिक खेती, एकीकृत कृषि प्रणाली, संरक्षित खेती एवं औद्यानिक खेती जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी।
उप कृषि निदेशक यशराज सिंह ने धान की नर्सरी जून के पहले पखवाड़े तक एवं सुगंधित प्रजातियों की नर्सरी जून के तीसरे सप्ताह तक डालने की सलाह दी। उन्होंने मक्का और ज्वार की बुवाई जून के अंत तक पूरी करने, फार्मर रजिस्ट्री कराने और विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी लेने का आग्रह भी किया।

कार्यक्रम में संयुक्त कृषि निदेशक डॉ. हरेंद्र मिश्र, जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र चौधरी, IARI के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार जैन, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सतीश पांडेय, डॉ. सवेन्द्र कुमार, डॉ. सपना पवार, डॉ. आशीष श्रीवास्तव, डॉ. अनंत कुमार, डॉ. अशरफ अली, डॉ. नेत्रपाल मलिक, पशु चिकित्साधिकारी, उद्यान निरीक्षक, केनरा बैंक, इफको एवं फसल बीमा प्रतिनिधि, ग्राम पंचायत सचिव और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान किसानों को फार्मर रजिस्ट्री की महत्ता समझाई गई और उन्हें सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ लेने के लिए जागरूक किया गया। साथ ही कुछ किसानों से फीडबैक भी लिया गया।
उप कृषि निदेशक यशराज सिंह ने जानकारी दी कि 5 जून को विकास खंड खैर के चौधाना, खेड़िया झल्लू, जरारा, सोफा, रेसरी, फतेहपुर, निसूजा, उसरम एवं लक्ष्मणगढ़ी ग्रामों में भी इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने किसानों से इन आयोजनों में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य के प्रतिनिधि नागेन्द्र प्रताप सिंह ने भी किसानों को संबोधित करते हुए विभागीय तकनीकी जानकारी को अपनाने का आह्वान किया ताकि खेती में उत्पादकता और लाभ में वृद्धि हो सके।













