हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 8 मई : 2025,
उत्तरकाशी, 8 मई 2025: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें सवार सात यात्रियों में से छह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया।
सहस्त्रधारा से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एयरोट्रांस कंपनी का यह हेलिकॉप्टर गुरुवार सुबह सहस्त्रधारा हेलीपैड से हर्षिल के लिए रवाना हुआ था। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद लगभग पौने नौ बजे गंगनानी के पास यह हादसा हो गया। हेलिकॉप्टर में पायलट समेत कुल सात लोग सवार थे।
मुंबई और आंध्रप्रदेश के श्रद्धालु थे सवार
हादसे में जिन छह यात्रियों की मृत्यु हुई है, उनमें से चार मुंबई और दो आंध्रप्रदेश के निवासी बताए जा रहे हैं। हादसे में घायल यात्री को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है।
चारधाम यात्रा के दौरान लगातार बिगड़ रहा मौसम
गौरतलब है कि इन दिनों उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चरम पर है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिनमें कई लोग हेली सेवा का भी उपयोग कर रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में मौसम लगातार खराब बना हुआ है।
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत जिलों में आज हल्की से मध्यम बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना जताई है। खराब मौसम की यह चेतावनी विशेष रूप से चारधाम यात्रियों के लिए चिंताजनक है।
बदरीनाथ में हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग
इससे पहले, 5 मई को भी बदरीनाथ से देहरादून जा रहे एक हेलिकॉप्टर को खराब मौसम के कारण चमोली के गोपेश्वर में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। उस समय भी मौसम अचानक बिगड़ गया था, जिसके चलते हेलिकॉप्टर को खेल मैदान में उतरना पड़ा।
प्रशासन की अपील: खराब मौसम में हेलिकॉप्टर यात्रा से बचें
उत्तराखंड प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने श्रद्धालुओं और टूर ऑपरेटरों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें, विशेषकर हवाई मार्ग से। चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी तरह की जल्दबाजी और जोखिम से बचने की सलाह दी गई है।