हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ सोमवार 2 जून 2025
वृंदावन, मथुरा। वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में भारी असंतोष है। शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी के दौरे के दौरान स्थानीय नागरिकों ने उन्हें रोककर विरोध दर्ज कराया और ज्ञापन सौंपा। इस विरोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है।
सांसद त्रिवेदी बांके बिहारी मंदिर के दर्शन कर लौट रहे थे, तभी लोगों ने उन्हें रास्ते में रोका और कॉरिडोर निर्माण से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी। स्थानीय लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग रखी कि कॉरिडोर के बजाय कोई वैकल्पिक समाधान निकाला जाए और निर्माण कार्य रोका जाए।
विधायक-सांसद पर अनदेखी का आरोप
इस मौके पर जब सुधांशु त्रिवेदी ने लोगों से कहा कि वे अपनी बात स्थानीय विधायक और सांसद से साझा करें, तो मौजूद लोगों ने कहा कि “विधायक आते नहीं और सांसद का तो पता ही नहीं चलता।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि मथुरा के विधायक श्रीकांत शर्मा लंबे समय से किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं, वहीं सांसद हेमा मालिनी क्षेत्र से काफी समय तक अनुपस्थित रहती हैं। इसी कारण जनता की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी, फिर भी विरोध कायम
बता दें कि 15 मई को सुप्रीम कोर्ट से वृंदावन कॉरिडोर निर्माण को हरी झंडी मिल चुकी है। इसके बाद राज्य सरकार ने कॉरिडोर निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी है और एक न्यास ट्रस्ट का गठन भी किया गया है।
हालांकि, इसके बाद से ही स्थानीय व्यापारियों, गोस्वामी समाज और अन्य नागरिकों ने परियोजना का विरोध तेज कर दिया है। उनका मानना है कि कॉरिडोर से मंदिर की पारंपरिक व्यवस्था, तीर्थ क्षेत्र की संस्कृति और स्थानीय व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
स्थानीय लोगों की मांग है कि मुख्यमंत्री तक उनकी बात पहुंचाई जाए और कॉरिडोर की योजना पर पुनर्विचार किया जाए। अब देखना होगा कि क्या विधायक श्रीकांत शर्मा और सांसद हेमा मालिनी जनता से संवाद स्थापित करते हैं या फिर विरोध प्रदर्शन और तेज़ होता है।