हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: शुक्रवार13 जून 2025
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय भाई रूपाणी का जीवन एक अनोखे और रहस्यमयी संयोग से जुड़ा रहा – “1206”। यह नंबर उनकी ज़िंदगी के हर महत्वपूर्ण पड़ाव पर मौजूद था, मानो यह उनकी पहचान का हिस्सा बन गया हो।
विजय रूपाणी के सभी निजी वाहनों के नंबर 1206 थे, और उनका मोबाइल नंबर भी 1206 पर खत्म होता था। इसकी शुरुआत उनके पहले वाहन, GJ-3-1206, से हुई, जिसके नंबर को उन्होंने जीवनभर अपने साथ रखा।

म्यांमार में जन्मे विजय भाई के पिता टिक लकड़ी के सफल व्यवसायी थे। यहीं से उन्होंने व्यवसाय की बारीकियां सीखीं। बाद में उनका परिवार भारत लौटा और राजकोट में बस गया। यहां से उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू हुई, जो उन्हें भाजपा के प्रमुख नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री के पद तक ले गई। अपनी सादगी और कुशल नेतृत्व से उन्होंने राज्य को नई दिशा दी।

सबसे हैरान करने वाला संयोग तब सामने आया, जब उनका निधन 12 जून (12.06) को हुआ – वही नंबर जो उनकी ज़िंदगी से अटूट रूप से जुड़ा रहा। “1206” मानो उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया था, जो जन्म से मृत्यु तक उनका साथी रहा।
यह संयोग था या कोई गहरा रहस्य, इसका जवाब शायद ही मिले। लेकिन विजय रूपाणी का यह अनोखा सफर और “1206” का रहस्य लोगों के दिलों में हमेशा ज़िंदा रहेगा।