एएमयू सर्जनों की यूपीएएसआईकॉन 2025 में प्रभावशाली अकादमिक उपस्थिति
अलीगढ़, 15 नवंबर: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर में आयोजित यूपीएएसआईकॉन 2025 में उल्लेखनीय अकादमिक योगदान के साथ अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई। यह सम्मेलन एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (उत्तर प्रदेश शाखा) का वार्षिक अधिवेशन है, जिसमें प्रदेश और देश के विभिन्न शीर्ष मेडिकल संस्थानों के सर्जन, शिक्षाविद और रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हुए।
विभागाध्यक्ष प्रो. अतिया जका-उर-राब ने ब्रेस्ट सेशन में “फायलोड्स ट्यूमर के प्रबंधन में चुनौतियाँ” विषय पर व्याख्यान देते हुए हिस्टोपैथोलॉजिकल ग्रेडिंग, सर्जिकल मार्जिन तथा मेटास्टेटिक केस मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण चिकित्सीय आयामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने “हाउ डू आई डू इट?” सत्र की अध्यक्षता भी की।
वहीं, डॉ. शाहबाज हबीब फरीदी ने “लैप्रोस्कोपिक वैरिकोसीलेक्टॉमीः एविडेंस टू आउटकम्स” विषय पर प्रस्तुतिकरण किया, जिसमें उनके ऑपरेशन का प्री-रिकॉर्डेड वीडियो भी दिखाया गया। डॉ. फरीदी को स्नातकोत्तर पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शामिल होने का अवसर भी मिला।
तीसरे वर्ष के रेजिडेंट — डॉ. मोहम्मद आदिल, डॉ. असजद अहमद सिद्दीकी, डॉ. शिवेंदु पुरुषोत्तम, डॉ. अविनाश वेगी, डॉ. मनार खान, डॉ. हर्ष कुमार, डॉ. एस. औन अली और डॉ. ताहिर हुसैन फारूकी ने अपने शोध-आधारित पेपर और पोस्टर प्रस्तुत किए, जिनमें जेएनएमसी की क्लीनिकल नवाचार क्षमता को रेखांकित किया गया।
सर्जिकल क्विज प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के कई मेडिकल कॉलेजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा हुई, जिसमें जेएनएमसी के डॉ. हर्ष कुमार और डॉ. ताहिर हुसैन फारूकी ने दूसरा रनर-अप स्थान हासिल कर संस्थान का गौरव बढ़ाया।
एएमयू राजीव गांधी सेंटर फॉर डायबिटीज में विश्व मधुमेह दिवस कार्यक्रम, 100 ग्लूकोमीटर वितरित
अलीगढ़, 15 नवंबर: विश्व मधुमेह दिवस पर एएमयू के राजीव गांधी सेंटर फॉर डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मधुमेह, विशेष रूप से टाइप-1 डायबिटीज के प्रति जागरूकता बढ़ाना और रोगियों को निरंतर ग्लूकोज मॉनिटरिंग हेतु सक्षम बनाना था।
इस अवसर पर रोगियों के मध्य लगभग 100 ग्लूकोमीटर वितरित किए गए ताकि वे नियमित रूप से शुगर स्तर की जाँच कर सकें। सत्र में इंटरएक्टिव क्विज प्रतियोगिता भी रखी गई, जिसमें विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में डीन मेडिसिन फैकल्टी प्रो. मोहम्मद खालिद ने मुख्य व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए मधुमेह के साथ स्वस्थ जीवनशैली के महत्व पर जोर दिया।
प्रिंसिपल एवं सीएमएस प्रो. अमजद अली रिजवी ने अनुशासित जीवन, संतुलित आहार और चिकित्सीय परामर्श पालन की आवश्यकता रेखांकित की।
कार्यक्रम की शुरुआत निदेशक प्रो. शीलू शफीक सिद्दीकी के स्वागत भाषण से हुई। संपूर्ण संचालन व समन्वय डॉ. अहमद आलम ने किया तथा प्रो. हामिद अशरफ ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
एनएपीकॉन 2025, जयपुर में एएमयू के डॉ. नफीस अहमद खान को इंडियन चेस्ट सोसायटी फेलोशिप
अलीगढ़, 15 नवंबर: जयपुर में आयोजित प्रतिष्ठित एनएपीकॉन 2025 सम्मेलन में एएमयू जेएनएमसी के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डॉ. नफीस अहमद खान को इंडियन चेस्ट सोसायटी की फेलोशिप से सम्मानित किया गया। यह भारतीय श्वसन-चिकित्सा क्षेत्र का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है।
डॉ. खान को यह सम्मान रेस्पिरेटरी मेडिसिन, इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी, मेडिकल एजुकेशन और क्लीनिकल रिसर्च में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि यह फेलोशिप उन्हें रेस्पिरेटरी हेल्थकेयर में नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है।
एनएपीकॉन का संयुक्त आयोजन इंडियन चेस्ट सोसायटी और नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियंस द्वारा किया गया, जिसमें देशभर के अग्रणी पल्मोनोलॉजिस्ट्स ने भाग लिया।
एएमयू गर्ल्स’ स्कूल में स्पोर्ट्स एंड गेम्स कमेटी का अलंकरण समारोह
अलीगढ़, 15 नवंबर: एएमयू गर्ल्स’ स्कूल में सत्र 2025 के लिए स्पोर्ट्स एंड गेम्स कमेटी का अलंकरण समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अनवर अब्बास अब्बासी, नेशनल हेड, द टाइम्स ग्रुप रहे, जिन्होंने कहा कि खेल विद्यार्थियों को अनुशासन, नेतृत्व और करियर अवसर प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम का नेतृत्व प्राचार्या अमना मलिक और उप-प्राचार्या अल्का अग्रवाल ने किया। विभिन्न हाउस इंचार्ज — कौसर परवीन (रेड), बुशरा गियास (ब्लू), सफिया अख्तर (ग्रीन), नौशाबा यासमीन (येलो) को ध्वज व स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।
नवनियुक्त पदाधिकारी:
🔹 अध्यक्ष: जैनब तबस्सुम
🔹 उपाध्यक्ष: सादफ नाज़
🔹 सचिव: समन इकराम
🔹 संयुक्त सचिव: मिन्जा मरयम खान
विभिन्न खेलों के कैप्टन भी सम्मानित किए गए, जिनमें एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट, कबड्डी, खो-खो, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल और योग शामिल रहे।
एएमयू यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक में रोबो क्लब ओरिएंटेशन कार्यक्रम
अलीगढ़, 15 नवंबर: यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक एएमयू में रोबो क्लब ओरिएंटेशन का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और AI तकनीकी शिक्षा का भविष्य हैं तथा विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट-आधारित सीख अपनाने की आवश्यकता है।
गेस्ट ऑफ ऑनर प्रो. इकराम खान (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) और प्रो. मोहम्मद वसीम अली (कानून) ने नवाचार और नेतृत्व पर प्रेरक विचार साझा किए।
प्राचार्य प्रो. मुजीब अहमद अंसारी ने कहा कि तकनीकी क्लब शिक्षण और वास्तविक जीवन उपयोग के बीच महत्वपूर्ण सेतु हैं।
एएमयू प्रौढ़ शिक्षा केंद्र में घरेलू उत्पादों की प्रदर्शनी-सह-विक्रय
अलीगढ़, 15 नवंबर: एएमयू के प्रौढ़ शिक्षा एवं सतत विस्तार केंद्र में घरेलू उत्पाद प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन पूर्व कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज ने किया। उन्होंने कौशल-आधारित प्रशिक्षण को आत्मनिर्भरता और सामुदायिक विकास के लिए आवश्यक बताया।
स्टॉलों में तैयार वस्तुएँ:
🧵 सिलाई उत्पाद — बेडशीट, कुशन कवर, लेडीज़ सूट, बैग
🍋 खाद्य उत्पाद — मिक्स फ्रूट जैम, नींबू अचार, मिक्स सब्ज़ी अचार, लेमन स्क्वैश
कार्यक्रम की जानकारी और उद्देश्य डॉ. शमीम अख्तर, निदेशक ने साझा किए।
मौलाना आजाद लाइब्रेरी में “डिस्कवर एमेरेल्ड जर्नल्स” पर ऑनलाइन कार्यशाला
अलीगढ़, 15 नवंबर: एएमयू की मौलाना आजाद लाइब्रेरी में एमेरेल्ड इनसाइट प्लेटफॉर्म के उपयोग पर ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित हुई। यह मंच शोध संसाधनों की पहुँच को “वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन (ONOS)” के तहत सशक्त बनाता है।
सत्र का संचालन वंदना महाजन, एमेरेल्ड पब्लिशिंग, नई दिल्ली द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. मुनव्वर इकबाल और डॉ. सय्यद शाज हुसैन के संबोधन शामिल रहे।
समन्वय श्री सूर्य प्रताप सिंह ने किया।
एएमयू शिया थियोलॉजी विभाग में अमेरिका में मुस्लिम अनुभव पर व्याख्यान
अलीगढ़, 15 नवंबर: एएमयू के शिया थियोलॉजी विभाग में एक विशेष व्याख्यान आयोजित हुआ जिसकी अध्यक्षता पद्मश्री प्रो. हकीम सय्यद जिल्लुर्रहमान ने की, जबकि मुख्य वक्ता अमेरिका-निवासी चिकित्सक डॉ. आफताब हुसैन रहे।
डॉ. हुसैन ने अमेरिकी मुस्लिम समाज, धार्मिक स्वतंत्रता, राजनीतिक व्यवस्था और संवादात्मक सांस्कृतिक वातावरण पर विचार प्रस्तुत किए और कहा कि यह माहौल इस्लाम की सकारात्मक समझ विकसित करने में सहायक है।
कार्यक्रम में प्रो. सय्यद तैय्यब रज़ा नकवी, प्रो. मुहम्मद राशिद, डीन प्रो. मुहम्मद हबीबुल्लाह भी उपस्थित रहे। आयोजन की प्रमुख भूमिका डॉ. असगर इज्जाज कैमी ने निभाई।















