हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑16 मई : 2025
गोरखपुर, 16 मई। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से अप्रैल माह में कराई गई जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में गोरखपुर जिले के प्रदर्शन को लेकर चिंता बढ़ गई है। राजस्व वसूली के क्षेत्र में गोरखपुर प्रदेश के सभी 75 जिलों में सबसे नीचे 74वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि विकास कार्यों के मामले में कुछ सुधार दर्ज हुआ है और जिला मार्च 2025 में 67वें स्थान से बढ़कर अप्रैल में 42वें स्थान पर पहुंच गया।
संयुक्त निदेशक ग्राम विकास अशोक कुमार द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, गोरखपुर की राजस्व वसूली रैंक मार्च 2025 में 67वीं थी, जो अप्रैल में और गिरकर 74वें स्थान पर आ गई। यह स्थिति प्रशासनिक स्तर पर चिंता का विषय बन गई है।
- महराजगंज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विकास कार्यों में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। मार्च में यह जिला 9वें स्थान पर था।
- कुशीनगर, जो मार्च में 11वीं रैंक पर था, अप्रैल में प्रदर्शन गिरने से 37वें स्थान पर पहुंच गया।
- देवरिया की स्थिति भी चिंताजनक रही। मार्च में यह जिला 63वें स्थान पर था और अप्रैल में गिरकर 68वें स्थान पर आ गया।
वहीं राजस्व वसूली में:
- महराजगंज अप्रैल में सातवें स्थान पर रहा।
- कुशीनगर की रैंक 15वीं रही।
- देवरिया को 66वां स्थान मिला।
अप्रैल में हुई राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में जिलों की विकास योजनाओं की प्रगति और राजस्व वसूली के आंकड़ों की गहन समीक्षा की गई। गोरखपुर का प्रदर्शन इस समीक्षा में बेहद कमजोर पाया गया, जिससे प्रशासनिक स्तर पर फीडबैक लिया गया और सुधार के निर्देश दिए गए।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, गोरखपुर में राजस्व वसूली को सुधारने के लिए जल्द ही विशेष अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निरीक्षण और निगरानी प्रणाली को और मजबूत किया जाएगा।