हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ रविवार 25 मई 2025
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें एकता, सुशासन और आत्मनिर्भर भारत को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों और निर्णयों पर विचार किया गया। इस बैठक को एनडीए की एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है।
बैठक की शुरुआत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर भारतीय सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना के साथ हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें सेना के पराक्रम को नमन किया गया और ऑपरेशन की सफलता को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि करार दिया गया। पीएम मोदी ने कहा कि यह ऑपरेशन स्वदेशी रक्षा तकनीक की सटीकता और भारत की सैन्य क्षमता का प्रतीक है, जिसे पूरी दुनिया ने देखा है।
जातिगत जनगणना पर चर्चा और समर्थन
बैठक में जातिगत जनगणना को लेकर भी विशेष चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “विकास की मुख्यधारा में वंचितों को लाने की दिशा में एक कदम” बताया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग, विशेष रूप से हाशिए पर रह रहे समुदायों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने भी इस मुद्दे पर सरकार की नीति स्पष्ट करते हुए कहा, “हम जातिगत राजनीति नहीं करते, लेकिन जो वंचित, पीड़ित, शोषित और दलित समाज है, उसे मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है।”
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद पर चल रही कार्रवाई और रणनीति पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह केंद्र और राज्य सरकारों की सामूहिक ताकत से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुधार आया है। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उनकी सरकार ने जमीनी स्तर पर नक्सलवाद से निपटने में सफलता हासिल की।
इसके अलावा, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी रणनीतिक चर्चा हुई। बैठक में सुशासन के मुद्दे और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ की तैयारी पर भी विचार-विमर्श किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वर्ष में सरकार ने अनेक ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, और यह सरकार “स्पीड और स्केल” दोनों के साथ आगे बढ़ रही है।
जेपी नड्डा ने बताया कि 25-26 जून को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर एनडीए एक व्यापक अभियान चलाएगा, जिसमें जनता को उस दौर की सच्चाई और लोकतंत्र के गला घोंटने वालों के बारे में बताया जाएगा।
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को विशेष निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि:
- नेताओं को अनावश्यक बयानबाजी से बचना चाहिए।
- जनता से सीधे संवाद बढ़ाना होगा।
- विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और तेज़ी लाई जाए।
- सुशासन को केवल नारे तक सीमित न रखकर जमीनी हकीकत बनाया जाए।
बैठक में राजग शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी सरकारों की प्रमुख योजनाओं और नवाचारों की प्रस्तुति भी दी। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार और सामाजिक न्याय से जुड़े कार्यक्रमों की जानकारी साझा की गई। इसका उद्देश्य विभिन्न राज्यों के सफल मॉडल को अन्य राज्यों में लागू करना है।

















