हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ रविवार 25 मई 2025
मैनपुरी में स्टेशन रोड पर सड़क चौड़ीकरण के लिए पेड़ काटने के काम के दौरान स्थानीय लोगों का गहरा आक्रोश देखने को मिला। रविवार की सुबह पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी पेड़ काटने लगे तो कई वर्षों पुराने एक पेड़ को काट कर गिरा दिया गया, जिससे आसपास के लोग बेहद नाराज हो गए। यह विरोध इतना तेज़ था कि लोग सड़क पर बैठकर जाम लगाकर अपनी आपत्ति जताने लगे।
स्टेशन रोड पर करीब 43 पेड़ काटे जाने थे, जो सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत थे। रविवार को पेड़ काटने का काम शुरू हुआ और इसी दौरान एक पुराने पेड़ को काट दिया गया, जिससे स्थानीय लोग भड़क उठे। इस बात की जानकारी मिलते ही करणी सेना के जिलाध्यक्ष शंकर सिंह चौहान अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए और उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर विरोध जताया। भाजपा के कुछ युवा नेता भी इस विरोध में शामिल हो गए।
जाम लगने की सूचना मिलने पर एसडीएम अभिषेक कुमार, सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह, और पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अधिकारी धनुषधारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन विरोध कर रहे लोग पेड़ काटे जाने का काम रोकने पर अड़े रहे। पुलिस प्रशासन ने भी जाम को खुलवाने की कड़ी पहल की, लेकिन स्थानीय लोगों के गुस्से और विरोध को देखकर वे पीछे हट गए।
अंततः अधिकारियों ने विरोध करने वालों को आश्वासन दिया कि पेड़ काटने का काम तत्काल रोका जाएगा और उनकी मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। इस पर आक्रोशित लोग दो घंटे से अधिक समय तक लगे जाम को हटाकर अपना विरोध समाप्त कर दिया। एसडीएम और सीओ ने लोगों को विश्वास दिलाया कि भविष्य में चोरी-छिपे पेड़ काटने का कार्य नहीं किया जाएगा और प्रशासन ने जितने पेड़ काटे हैं, उनकी जगह नए पौधे लगाने की भी बात कही।
स्थानीय लोगों ने साफ कर दिया कि वे वर्षों पुराने पेड़ों की कटाई किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका कहना था कि पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को नुकसान होगा, इसलिए पेड़ों को बचाना आवश्यक है। साथ ही, प्रशासन को चाहिए कि काटे गए पेड़ों की जगह पर्यावरण संरक्षण के लिए नए पौधे लगाए जाएं ताकि प्राकृतिक संतुलन बना रहे।
जाम के चलते स्टेशन रोड पर करीब दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा। इस दौरान राहगीरों और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने जाम को खुलवाने के लिए प्रयास किए, लेकिन लोगों के गुस्से के कारण वे असमर्थ रहे। जब जाम खुला तो लोगों और अधिकारियों दोनों ने राहत की सांस ली।