हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ सोमवार 26 मई 2025 अलीगढ़
अलीगढ़, 26 मई 2025: जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में सोमवार को कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति, पीसीपीएनडीटी एवं जन्म-मृत्यु पंजीकरण की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने, लिंगानुपात को संतुलित बनाए रखने और जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी तथा पारदर्शी बनाने के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा और दिशा-निर्देश:
बैठक में चिकित्सालयों में इनडोर और आउटडोर मरीजों की संख्या में कमी पर जिलाधिकारी संजीव रंजन ने असंतोष व्यक्त किया। मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड व पैथोलॉजी जांच के मामलों में कमी आई है, जबकि डीडीयू अस्पताल में पैथोलॉजी जांच कम दर्ज की गई। इस कमी को देखते हुए जिलाधिकारी ने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें और कार्य सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
संस्थागत प्रसव में आई कमी के कारण आशाओं की जिम्मेदारी तय की गई है। सभी एमओआईसी को आदेश दिया गया कि वे इस दिशा में प्रभावी कार्य करें ताकि प्रसव संख्या में सुधार हो।

आयुष्मान कार्ड अभियान:
मंडलायुक्त की विशेष पहल के तहत विकासखंड गोंडा में सात ग्राम पंचायतों में 70 प्लस आयुष्मान कार्ड धारकों को कवर किया गया है। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि वे प्राथमिकता के आधार पर ब्लॉक गोंडा और जवां को भी 70 प्लस आयुष्मान कार्ड धारकों से आच्छादित करें। इस पहल का लक्ष्य स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाना और वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है।

पीसीपीएनडीटी अधिनियम का सख्ती से पालन:
जिलाधिकारी ने पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) अधिनियम के कड़ाई से अनुपालन और लिंग परीक्षण की अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। सभी अल्ट्रासाउंड संचालकों को शत-प्रतिशत पंजीकरण और समय पर नवीनीकरण कराने को कहा गया है। अधिनियम के उल्लंघन रोकने के लिए नियमित और बड़े पैमाने पर छापामार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रणाली में सुधार:
मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण को समयबद्ध एवं त्रुटिहीन बनाने के लिए राजस्व, पंचायत, नगर निकाय और स्वास्थ्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभाग मिलकर टीम भावना से काम करें और जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को डिस्चार्ज से पूर्व जन्म प्रमाण पत्र प्रदान करना सुनिश्चित करें।

बैठक में उपस्थित अधिकारी:
इस बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी, सभी सीएमएस, एमआईसी और अन्य वरिष्ठ चिकित्सक भी मौजूद रहे, जिन्होंने विभागीय कार्यों में सुधार हेतु अपने सुझाव दिए।
यह बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवा के स्तर को बेहतर बनाने, लिंगानुपात को संतुलित बनाए रखने और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अहम मानी जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में तेजी लाएं और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में स्थायी सुधार सुनिश्चित करें।