हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ गुरुवार 29 मई 2025 अलीगढ़
अलीगढ़, 29 मई 2025: धर्म समाज महाविद्यालय में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर भव्य समारोह, महिला सशक्तिकरण पर हुआ जोर
अलीगढ़ के प्रतिष्ठित धर्म समाज महाविद्यालय में 29 मई को लोकमाता पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन महिला सशक्तिकरण को समर्पित था और इसमें महारानी के जीवन, उनके सुशासन और समाज के प्रति उनके अभूतपूर्व योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय केंद्रीय मंत्री श्री कमलेश पासवान एवं राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री शिवप्रकाश द्वारा महारानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के सदस्य और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

केंद्रीय मंत्री का संबोधन: “महारानी अहिल्याबाई से प्रेरित है आज का सुशासन”
अपने संबोधन में मा0 केंद्रीय मंत्री श्री कमलेश पासवान ने महारानी अहिल्याबाई के अद्वितीय शासन, समाज सुधार और महिला सशक्तिकरण के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने 300 वर्ष पूर्व जिस प्रकार से सुशासन, धार्मिक उत्थान, सड़क, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाओं और महिलाओं के अधिकारों की दिशा में कार्य किया, वह आज भी अत्यंत प्रासंगिक है। आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देशभर में 31 मई तक ऐसे समारोह आयोजित किए जा रहे हैं जिससे देश की जनता विशेषकर युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा मिल सके।”

उन्होंने कहा कि भारत सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’, ‘नारी शक्ति अभियान’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सतत कार्य कर रही है। महारानी अहिल्याबाई जैसे व्यक्तित्व इस दिशा में आदर्श और प्रेरणास्त्रोत हैं।
राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री का उद्बोधन: “महारानी थीं जनकल्याण और सुशासन की प्रतीक”
राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री शिव प्रकाश ने महारानी के जनहितकारी कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि “आज जो कार्य मा0 प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हो रहे हैं, वे महारानी अहिल्याबाई ने 300 वर्ष पहले ही शुरू कर दिए थे। उन्होंने भूमिहीनों को भूमि का अधिकार दिया, सिंचाई के लिए बांध, तालाब और बावड़ियों का निर्माण कराया। फसल चक्र, मुआवजा नीति, पशुपालन और बंजर भूमि सुधार जैसे कार्यों से उन्होंने कृषक समाज को आत्मनिर्भर बनाया।”

उन्होंने बताया कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी महारानी ने अत्यंत क्रांतिकारी कदम उठाए। सैनिकों की विधवाओं को पेंशन, महिलाओं को संपत्ति में अधिकार, रोजगार केंद्रित उद्योग जैसे महेश्वर साड़ी का निर्माण और बाज़ार व्यवस्था आदि उनकी दूरदर्शी सोच के प्रतीक हैं। उनकी सेना में 500 महिलाओं की विशेष टुकड़ी थी और वे स्वयं 18 युद्ध कलाओं में निपुण थीं।
उनकी राजकीय आज्ञाओं पर “शिव आज्ञा” अंकित होता था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे समस्त कार्यों को भगवान शिव को समर्पित मानती थीं। उन्होंने भारतवर्ष में 28 वर्षों के शासनकाल में 12,500 से अधिक सांस्कृतिक कार्य कराए।
महापौर की घोषणा: बनेगा “महिला शक्ति चौक”
कार्यक्रम के समापन पर मा0 महापौर श्री प्रशांत सिंघल ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि “महारानी अहिल्याबाई होल्कर को लोकमाता की उपाधि प्रजा के प्रति उनके ममतामयी भाव और कार्यों के कारण प्राप्त हुई थी। उनके कार्य आने वाले 3000 वर्षों तक भी स्मरणीय रहेंगे।”
उन्होंने घोषणा की कि नगर निगम क्षेत्र में “महिला शक्ति चौक” का निर्माण कराया जाएगा, जहां महारानी अहिल्याबाई होल्कर, रानी लक्ष्मीबाई और रानी अवंतीबाई की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में मा0 विधायक श्री अनिल पाराशर, श्रीमती मुक्ता संजीव राजा, ठा0 श्री जयवीर सिंह, ठा0 श्री रवेन्द्रपाल सिंह, श्री राजकुमार सहयोगी, मा0 एमएलसी चौ0 श्री ऋषिपाल सिंह, डॉ. मानवेन्द्र प्रताप सिंह, प्रो. तारिक मंसूर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय सिंह, जिलाध्यक्ष श्री कृष्णपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष इंजीनियर राजीव शर्मा, जिला महामंत्री शिव नारायण शर्मा, पूर्व महापौर श्रीमती शकुन्तला भारती, पूनम बजाज, बनी सिंह बघेल समेत अनेक जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।