हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शुक्रवार 6 जून 2025
लखनऊ के चिनहट इलाके में स्थित समर्पण कॉलेज ऑफ फार्मेसी के हॉस्टल में बी.फार्मा के 22 वर्षीय छात्र शुभम ने आत्महत्या कर ली। रायबरेली के उधाबंध दुधवन गांव निवासी शुभम कॉलेज के हॉस्टल के कमरे नंबर 109 में रहता था। बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन ने फीस बकाया बताकर उसे प्रायोगिक परीक्षा में बैठने से रोक दिया था, जिससे आहत होकर छात्र ने बुधवार देर रात फांसी लगा ली।
मौके से दो पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें शुभम ने लिखा:
“मैंने कॉलेज में फीस जमा की थी, लेकिन सिस्टम में पेंडिंग दिखा रही है। पता नहीं मेरे दोस्त क्या सोचेंगे। सभी लोग मुझे माफ करना, आहत होकर जान दे रहा हूं।”
हालांकि, अपर पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) पंकज सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट की लिखावट कई जगह स्पष्ट नहीं है, इसलिए इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही हॉस्टल के अन्य छात्र मौके पर पहुंचे और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज ने फीस जमा होने के बावजूद शुभम को परीक्षा से वंचित कर दिया।
शुभम के परिजन भी इस घटना से बेहद आहत हैं। उनका कहना है कि अकाउंटेंट द्वारा शुभम को फीस को लेकर टोका गया था, जबकि वास्तव में फीस जमा की जा चुकी थी।
कॉलेज के चेयरमैन ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा:
“मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस घटना ने एक बार फिर देशभर में छात्रों पर बढ़ते मानसिक दबाव की ओर ध्यान खींचा है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक हर साल हजारों छात्र आत्महत्या करते हैं, जिनमें प्रमुख कारणों में फीस संबंधी परेशानियां, परीक्षा में विफलता और पारिवारिक दबाव शामिल होते हैं।