हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: मंगलवार 10 जून 2025
लखनऊ: प्रदेश के राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में पाठ्यक्रमों को आज की जरूरतों के अनुरूप अपग्रेड करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके तहत 206 पुराने पाठ्यक्रमों को बंद किया जाएगा, जबकि ड्रोन तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, सोलर तकनीक और लेजर तकनीक जैसे आधुनिक और रोजगारपरक कोर्स शुरू किए जाएंगे। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (एससीवीटी) ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आईटीआई में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पिछले कुछ वर्षों में कम प्रवेश की समस्या को देखते हुए पाठ्यक्रमों को आधुनिक और उद्योगों की मांग के अनुरूप बनाने की कवायद शुरू की गई है। एससीवीटी द्वारा हाल ही में किए गए सर्वे में उन कोर्सों की पहचान की गई, जिनमें पिछले पांच सालों में लगातार 30 प्रतिशत से कम प्रवेश हुए हैं। ऐसे कोर्सों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
फैशन डिजाइनिंग और आधुनिक कोर्स पर जोर
पुराने कोर्स जैसे सिलाई तकनीक की जगह अब फैशन डिजाइनिंग पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसी तरह इलेक्ट्रोप्लेटर और सीट मेटल जैसे कोर्स बंद होंगे। नए कोर्स में ड्रोन तकनीक, एआई, रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग और सोलर तकनीक जैसे क्षेत्र शामिल होंगे, जो उद्योगों की मांग और भविष्य की जरूरतों को पूरा करेंगे।
उद्योगों की मांग और छात्रों की रुचि पर फोकस
व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम ने बताया कि सभी जिलों के आईटीआई प्राचार्यों से उनके संस्थानों में चल रहे पाठ्यक्रमों की जानकारी मांगी गई है। साथ ही, स्थानीय स्तर पर छात्रों की रुचि और कोर्सों की रोजगारपरकता का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य उद्योगों की मांग और छात्रों की पसंद के अनुसार पाठ्यक्रम शुरू करना है, ताकि पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को आसानी से रोजगार मिल सके।”