हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: रविवार 29 जून 2025
कोलकाता — आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में छात्रा के साथ हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में उबाल ला दिया है। इस संवेदनशील मुद्दे पर जहां एक ओर विपक्षी दल राज्य सरकार को घेर रहे हैं, वहीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कुछ नेताओं के विवादित बयानों ने पार्टी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को हिरासत के बाद रिहाई
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को कल शाम को विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया था। आज सुबह उन्हें कोलकाता के लालबाजार पुलिस थाने से रिहा किया गया। रिहाई के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा:
“मुझे विरोध करने के लिए गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बेल बॉन्ड पर साइन करने को कहा लेकिन मैंने मना कर दिया और 32 कार्यकर्ताओं के साथ थाने में ही रुका रहा। जब सरकार की पुलिस सो रही हो तो किसी को तो जागना पड़ेगा, और भाजपा ये काम कर रही है। अगर मुझे बंगाल के लिए हजार बार भी गिरफ्तार होना पड़े तो भी तैयार हूं।”
TMC विधायक के बयान से बवाल
घटना को लेकर TMC नेता मदन मित्रा ने बेहद विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने कहा:
“अगर छात्रा ने किसी को बताया होता कि वह कहां जा रही है या कुछ दोस्तों को साथ ले जाती, तो यह घटना नहीं होती। अपराधियों ने मौके का फायदा उठाया।”
इससे पहले TMC सांसद कल्याण बनर्जी भी अपने बयान को लेकर निशाने पर रहे हैं। इन टिप्पणियों ने TMC की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब राज्य की महिला सुरक्षा को लेकर पहले से ही सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
राजनीतिक विरोध और जांच
घटना के विरोध में भाजपा और वाम दलों ने शनिवार को जोरदार प्रदर्शन किया। भाजपा ने एक चार सदस्यीय समिति गठित की है जो पीड़िता और उसके परिवार से मिलकर तथ्य जुटाएगी। पार्टी ने राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया है। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
कॉलेज गार्ड गिरफ्तार
ताजा जानकारी के अनुसार, पुलिस ने कॉलेज के सुरक्षा गार्ड को भी गिरफ्तार किया है। शक जताया जा रहा है कि वह घटना के समय मौजूद था और लापरवाही बरती गई।