हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:18 जुलाई 2025
रूसी तेल खरीद पर भारत को चेतावनी, ट्रंप बोले- शांति नहीं तो सख्त प्रतिबंध तय
वॉशिंगटन/नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक तनाव फिर से तेज हो गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को 50 दिनों का सख्त अल्टीमेटम दिया है। ट्रंप ने कहा है कि अगर रूस ने यूक्रेन में युद्धविराम या शांति समझौते की शर्तें नहीं मानीं, तो उस पर बेहद सख्त टैरिफ और सेकेंडरी सैंक्शन (द्वितीयक प्रतिबंध) लगाए जाएंगे।
सबसे बड़ी बात यह है कि अमेरिका अब उन देशों पर भी निशाना साध रहा है जो रूस से तेल खरीद रहे हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत को खुली चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “अगर भारत, चीन और ब्राजील जैसे देश रूस से व्यापार जारी रखते हैं, तो वे भी प्रतिबंधों की चपेट में आएंगे।” लेविट ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप युद्ध का कूटनीतिक समाधान चाहते हैं और हत्याएं रोकना उनका उद्देश्य है।
इस चेतावनी से पहले NATO महासचिव मार्क रुटे ने भी तीखा बयान दिया था। उन्होंने साफ कहा कि अगर रूस से व्यापार जारी रहा तो ब्रिक्स देशों (भारत, चीन, ब्राजील) पर सौ फीसदी टैरिफ और आर्थिक सजा तय है। उन्होंने अपील की कि इन देशों को पुतिन पर शांति वार्ता का दबाव बनाना चाहिए।
रूस की नई सैन्य रणनीति
इस बीच, रूस ने यूक्रेन में सैन्य दबाव और तेज कर दिया है। डोनेट्स्क और लुहांस्क क्षेत्र में रूस धीरे-धीरे जमीन पर कब्जा बढ़ा रहा है, खासकर पोक्रोव्स्क और कोस्त्यंतिनिव्का जैसे पूर्वी शहर निशाने पर हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि रूस “हजार कटों की रणनीति” अपना रहा है, यानी कई छोटे मोर्चों पर दबाव बनाकर यूक्रेन को थकाने की कोशिश।
हालांकि, अब भी यूक्रेनी सेना मोर्चे पर डटी हुई है और 50 दिनों में निर्णायक परिणाम निकल पाना मुश्किल दिख रहा है। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि भारत और अन्य देश अमेरिकी दबाव में आते हैं या अपने रणनीतिक हितों पर कायम रहते हैं।