हिन्दुस्तान मिरर | 19 जुलाई 2025
अगर आप भी PhonePe, Google Pay या Paytm जैसे UPI प्लेटफॉर्म्स पर लेनदेन करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 1 अगस्त 2025 से UPI सिस्टम में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने की घोषणा की है, जिससे ट्रांजैक्शन प्रक्रिया और तेज़, सुरक्षित और सिस्टम-फ्रेंडली हो सके। आइए जानते हैं वे 7 बड़े बदलाव, जो सीधे आपकी डिजिटल बैंकिंग को प्रभावित करेंगे—
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- बैलेंस चेक की लिमिट तय
अब कोई भी यूज़र एक दिन में अधिकतम 50 बार ही अपने खाते का बैलेंस चेक कर सकेगा। इससे सिस्टम पर अनावश्यक लोड कम होगा और सर्वर की स्पीड बेहतर बनी रहेगी।
- लिंक्ड बैंक अकाउंट जानकारी सीमित
मोबाइल नंबर से जुड़े बैंक खातों की जानकारी आप एक दिन में सिर्फ 25 बार ही देख पाएंगे। इससे डेटा रिक्वेस्ट पर नियंत्रण रखा जा सकेगा।
- ऑटो-डेबिट के लिए समय निर्धारित
Netflix, SIP जैसी सब्सक्रिप्शन सेवाओं की ऑटो-डेबिट पेमेंट अब तीन निश्चित स्लॉट में ही होगी—
• सुबह 10 बजे से पहले
• दोपहर 1 बजे से 5 बजे के बीच
• रात 9:30 बजे के बाद
- फेल ट्रांजैक्शन की स्टेटस चेकिंग सीमित
अगर आपका कोई पेमेंट फेल हो जाता है तो उसका स्टेटस आप दिन में सिर्फ 3 बार ही चेक कर सकते हैं, और हर चेक के बीच 90 सेकंड का अंतर रखना जरूरी होगा।
- ट्रांजैक्शन स्पीड में सुधार
जून 2025 से ही UPI ट्रांजैक्शन का रिस्पॉन्स टाइम बेहतर हो चुका है—
• सफल पेमेंट के लिए : 15 सेकंड
• असफल पेमेंट की जानकारी के लिए : 10 सेकंड
- रिसीवर का नाम पहले दिखाई देगा
अब पैसे भेजने से पहले रिसीवर का असली रजिस्टर्ड नाम स्क्रीन पर दिखेगा, जिससे फ्रॉड के मामलों में कमी आई है। यह बदलाव 30 जून 2025 से लागू हो चुका है।
- चार्जबैक की सीमा तय
अब UPI यूज़र्स एक महीने में अधिकतम 10 बार ही चार्जबैक का लाभ ले सकेंगे, और किसी एक कंपनी/यूज़र के खिलाफ 5 बार से अधिक चार्जबैक नहीं कर पाएंगे।
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NPCI के ये नए दिशा-निर्देश डिजिटल पेमेंट सिस्टम को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। रोज़ाना UPI यूज़ करने वालों को इन बदलावों की जानकारी रखना बेहद जरूरी है, ताकि वे बिना किसी रुकावट के सुरक्षित लेन-देन कर सकें।