हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, लोधा
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (आरएमपीयू) में सोमवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों ने छात्रवृत्ति सहित कई शैक्षणिक समस्याओं को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बहुजन विद्यार्थी एकता संघ के बैनर तले आयोजित इस प्रदर्शन में छात्रों ने दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी की और प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया।
पुलिस और छात्रों में झड़प
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक भवन में घुसने का प्रयास किया लेकिन गेट बंद होने के कारण वे अंदर नहीं जा सके। इसी दौरान विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर छात्रों और पुलिस के बीच तनातनी हो गई। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने एक छात्रा की चोटी पकड़कर खींची, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया और नोकझोंक शुरू हो गई।
छात्रों की मुख्य मांगें
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कई अहम मांगें रखीं:
- एससी/एसटी के छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति दी जाए।
- बीए एलएलबी के द्वितीय सेमेस्टर का रिजल्ट दोबारा जारी किया जाए।
- बॉटनी विभाग में 26 में से 18 छात्रों के फेल होने पर परिणाम की दोबारा जांच हो।
- छात्रों के अंक आंसर की के अनुसार जांचे जाएं।
- नए सत्र के लिए फीस रसीद दी जाए और जबरन फीस जमा कराने वाले कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई हो।
- एलएलबी के संविधान विषय का रिजल्ट रीचेक कराया जाए।
- छात्रों की फीस माफ की जाए या उन्हें वजीफा दिया जाए।
- रीचेकिंग के लिए लिए गए 500-500 रुपये वापस किए जाएं।
तीन महीने से लंबित है समाधान
छात्रों का कहना है कि तीन महीने पहले भी उन्होंने वजीफा और अन्य समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया था। उस समय प्रशासन ने समाधान का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे नाराज होकर छात्रों ने दोबारा सड़कों पर उतरकर विरोध जताया।
प्रशासन का रुख
लंबे विरोध प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। हालांकि, छात्रों ने स्पष्ट किया कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, उनका संघर्ष जारी रहेगा।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति और परीक्षा परिणाम को लेकर उपजे विवाद ने प्रशासन और छात्रों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। छात्रों का कहना है कि न्याय मिलने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।