लखनऊ। सपा कार्यालय के पास 10 सितंबर को आत्मदाह करने वाले अलीगढ़ के भुजपुरा निवासी योगेंद्र गोस्वामी की सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद से ही वह गंभीर रूप से झुलसे हुए अस्पताल में भर्ती थे।
मामले की जांच में सामने आया कि योगेंद्र ने मोहल्ले के तीन भाइयों – दानिश, वसीम और नाजिम – पर छह लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया था। पैसे लौटाने की मांग करने पर आरोपी गाली-गलौज करते थे। इस संबंध में योगेंद्र ने अलीगढ़ पुलिस से शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। निराश होकर उन्होंने राजधानी में सपा कार्यालय के पास खुद को आग लगा ली थी।
पुलिस के अनुसार, योगेंद्र को करीब 26 वर्ष पहले नूर बानो ने गोद लिया था। नूर बानो की सहेली आसमां और उसके बेटे गुड्ड पर भी योगेंद्र को आत्मदाह के लिए उकसाने का आरोप है। गौतमपल्ली पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया है।
अधिकारियों ने बताया कि आसमां ने पहले सपा नेता के भाई पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर शिकायत की थी, लेकिन जांच में यह आरोप साबित नहीं हुआ। इंस्पेक्टर गौतमपल्ली रत्नेश सिंह ने कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और पुलिस पर कार्रवाई न करने को लेकर सवाल उठ रहे हैं।















