हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है। सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर के साथ-साथ अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर राजनीतिक माहौल को और दिलचस्प बना दिया है।
AIMIM ने शनिवार को अपनी 25 प्रत्याशियों की सूची जारी की, जिसमें दो हिंदू उम्मीदवारों को भी टिकट दिया गया है। पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जारी इस सूची में पार्टी ने कई महत्वपूर्ण सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। ओवैसी ने स्पष्ट किया कि पार्टी बिहार में “सबको साथ लेकर” चुनाव लड़ेगी।
जारी सूची के अनुसार, अमौर से अख्तरुल ईमान, बलरामपुर से आदिल हसन, नरकटिया से शमीमुल हक, बहादुरगंज से तौसीफ आलम, सिवान से मोहम्मद कैफ, मुंगेर से डॉ. मुनजिर हसन, नवादा से नसीमा खातून, मधुबनी से राशिद खलील अंसारी, और अररिया से मोहम्मद मंजूर आलम को टिकट दिया गया है।
इसके अलावा, पार्टी ने अपने समावेशी रुख को दिखाते हुए दो हिंदू उम्मीदवारों को भी चुनाव मैदान में उतारा है — ढाका सीट से राणा रणजीत सिंह और सिकंदरा सीट से मनोज कुमार दास को AIMIM का टिकट मिला है। ओवैसी का यह कदम बिहार की राजनीति में एक नया संदेश देता नजर आ रहा है कि पार्टी अब सीमित क्षेत्रों से निकलकर व्यापक सामाजिक प्रतिनिधित्व की दिशा में बढ़ रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि AIMIM की यह रणनीति मुस्लिम बहुल इलाकों के साथ-साथ अन्य वर्गों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश है। अब देखना यह होगा कि ओवैसी की यह नई चाल बिहार के चुनावी समीकरणों को कितना प्रभावित करती है।













